ताज़ा-ख़बर

भावी पीढ़ी के लिए भी सरकारी स्कूलों के स्तर में सुधार जरूरी: कड़िया मुंडा

रिपोर्ट: विजय588 दिन पहलेराजनीति

शिक्षा के बिना हम जीवन में आगे नहीं बढ़ सकता हैं इसलिए हरेक बच्चे को निःशुल्क और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए। मुरहू प्रखंड प्रमुख एलिस ओड़ेया ने कहा कि वर्तमान में विद्यालय प्रबंधन समिति उतनी सक्रिय नहीं है और ना ही उनकी बैठकें समय से होती हैं। तोरपा प्रखंड उप प्रमुख संतोष कर ने कहा कि कई सरकारी स्कूलों के भवन की स्थिति काफी जर्जर है और कक्षाओं की भी कमी है।

भावी पीढ़ी के लिए भी सरकारी स्कूलों के स्तर में सुधार जरूरी: कड़िया मुंडा

Khunti :स्वयंसेवी संस्था लीड्स और ब्रेड फॉर द वर्ल्ड के संयुक्त तत्वावधान में राज्य स्तरीय एसएमसी (विद्यालय प्रबंधन समिति) सम्मलेन का आयोजन बुधवार को लीड्स के पेरका स्थित रिसोर्स सेंटर में किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कड़िया मुंडा ने कहा कि हमारी आगे की पीढ़ी और सुखी, संपन्न और ज्ञानवान हो इसके लिए सरकारी स्कूलों में पढाई के स्तर को सुधारना होगा। लोगों को अपनी मानसिकता में भी बदलाव लाने की जरुरत है, ताकि सरकारी विद्यालयों के प्रति सकारात्मक सोच बने।

उन्होंने कहा कि विद्यालय प्रबंधन की जिम्मेवारी है कि कोई भी बच्चा पढाई से छुटे नहीं। सम्मलेन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए लीड्स के निदेशक एके सिंह ने कहा कि शिक्षा के मुद्दों और स्कूल की बेहतरी के लिए विद्यालय प्रबंधन समिति और पंचायत प्रतिनिधियों को संवेदनशील बनाना इसका लक्ष्य है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में खूंटी जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया, उपाध्यक्ष मंजू देवी, मुरहू प्रखंड प्रमुख एलिस ओड़ेया, तोरपा प्रखंड के प्रमुख संतोष कर मौजूद थे। लीड्स के निदेशक एके सिंह ने बताया कि सरकारी स्कूल कई समस्याओं से जूझ रहे हैं।

इन समस्याओं को चिह्नित कर समाधान करने में विद्यालय प्रबंधन समिति की काफी महत्वपूर्ण भूमिका है। विद्यालय प्रबंधन समिति एक क़ानूनी समिति है जो शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के तहत गठित की गयी है। जन प्रतिनिधियों की भी जिम्मेवारी है कि वे विद्यालयों का नियमित निरीक्षण करें। जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया ने कहा कि आटीइ एक्ट तहत छह से 14 साल के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है। जिप उपाध्यक्ष मंजू देवी ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य में सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य शिक्षा का है, क्योंकि शिक्षा के बिना व्यक्ति और समाज का विकास अधूरा है।

इन्हें भी पढ़ें.