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श्यामल का 'धपेल' के बाद अब 'घाम', विश्व पुस्तक मेले में चमकेगा पलामू

झारखंड के हैं श्याम बिहारी, ढाई दशक पूर्व कोयलांचल में लिखा पहला उपन्यास 'धपेल', अब बनारस में रहकर भारतेंदु पर वृहद कृति की रचना

रिपोर्ट: Ashwini kumar ,139 दिन पहले

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हिंदी दिवस पर विशेष

आप सभी को हिंदी दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

रिपोर्ट: कार्तिक कुमार,285 दिन पहले

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‘अखिल भारत वर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा के निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक आजाद हैं’

अखिल भारत वर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक आजाद की ओर से गया जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता ब्रज भूषण सिंह ने गया के नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार,पटना निवासी नीलम सिंह चंद्रवंशी,सिकंदरा निवासी कृष्ण कुमार चंद्रवंशी एवं हाजीपुर निवासी सुनील कुमार सिंह के खिलाफ नोटिस जारी किया है।

रिपोर्ट: VBN News Desk,325 दिन पहले

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उच्च शिक्षा और रोजगार के लिए भारतीय छात्रों का महा पलायन

पलायन को बढ़ावा देने में साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) को भी अहम् कारक माना जा रहा है। इरादा तो वरदान साबित करने का था। लेकिन अब कक्षा 12 के अंकों से तय नहीं होगा कि किस कॉलेज में दाख़िला मिलेगा।

रिपोर्ट: VBN News Desk,327 दिन पहले

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राजनीतिक गठबंधन का नाम इंडिया देश का अपमान - हिसाबी राय

विपक्षी गठबंधन के इस नए नाम से आपत्ति जताते हुए भाजपा के जिला उपाध्यक्ष हिसाबी राय ने कहा कि किसी भी पार्टी या गठबंधन का नाम देश का पर्यायवाची नहीं होना चाहिए, हमारा देश किसी व्यक्ति या संगठन से बड़ा है, विपक्ष ने राजनीतिक लाभ के लिए 'इंडिया' का इस्तेमाल किया और इसने देश की गरिमा का अनादर किया।

रिपोर्ट: कार्तिक कुमार,341 दिन पहले

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मगधकालीन भारत के देशों के नागरिकों को आपस में शादी विवाह संबंध स्थापित करने का अधिकार मिलना चाहिए : केएन त्रिपाठी

इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सह मगध फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष केएन त्रिपाठी ने इस मामले का समर्थन करते हुए कहा है कि मगधकालीन भारत के अंतर्गत आने वाले देशों के नागरिकों का आपस में शादी व्याह संबंध स्थापित करने का अधिकार मिलना चाहिए।

रिपोर्ट: Ashwini kumar ,350 दिन पहले

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मार्टिलो टावर अंग्रेजों और संथाल के बीच हूई संघर्ष की दिलाती याद

हूल विद्रोह का वास्तविक अर्थ क्रांति बगावत है । इस विद्रोह को संथाल परगना का प्रथम जन क्रांति भी कहा जाता है। काल मार्क्स ने संथाल विद्रोह को भारत की प्रथम जन क्रांति की संज्ञा दी है। इस विद्रोह को सिंदो कांन्हू चांद भैरो और फूरो झानों ने शुरुआत की थी ।

रिपोर्ट: कार्तिक कुमार,362 दिन पहले

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नाट्य निर्देशक हबीब तनवीर की याद में

हबीब तनवीर का जन्म मध्य प्रदेश के रायपुर में 1 सितंबर 1923 को हुआ था। वर्तमान में उनकी जन्मस्थली छत्तीसगढ़ की राजधानी है। उनका वास्तविक नाम हबीब अहमद था। बचपन से ही लिखने पढ़ने के शौकीन हबीब अहमद ने नागपुर से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एम ए तक की शिक्षा ग्रहण की।

रिपोर्ट: Prem Prakash,383 दिन पहले

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ऐ वतन मेरे

हम सब हैं शेर सपूत तेरे

रिपोर्ट: नूतन ,412 दिन पहले

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वीर कुंवर सिंह

### 1857 के संग्राम में बाबू कुंवर सिंह 1857 में अंग्रेजों को भारत से भगाने के लिए हिंदू और मुसलमानों ने मिलकर कदम बढ़ाया। मंगल पांडे की बहादुरी ने सारे देश में विप्लव मचा दिया। बिहार की दानापुर रेजिमेंट, बंगाल के बैरकपुर और रामगढ़ के सिपाहियों ने बगावत कर दी। मेरठ, कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, झांसी और दिल्ली में भी आग भड़क उठी। ऐसे हालात में बाबू कुंवर सिंह ने अपने सेनापति मैकु सिंह एवं भारतीय सैनिकों का नेतृत्व किया।

रिपोर्ट: विजय,430 दिन पहले

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अक्षय तृतीया

हिन्दू धर्म में महत्त्व अक्षय तृतीया के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर समुद्र व गङ्गा स्नान करके और शान्त चित्त होकर, भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करने का प्रावधान है। नैवेद्य में जौ व गेहूँ का सत्तू, ककड़ी और चने की दाल अर्पित किया जाता है। तत्पश्चात फल, फूल, पात्र, तथा वस्त्र आदि दान करके ब्राह्मणों को दक्षिणा दी जाती है। ब्राह्मण को भोजन करवाना कल्याणकारी समझा जाता है। मान्यता है कि इस दिन सत्तू अवश्य खाना चाहिए तथा नए वस्त्र और आभूषण पहनने चाहिए। गौ, भूमि, स्वर्ण पात्र इत्यादि का दान भी इस दिन किया जाता है। यह तिथि वसन्त ऋतु के अन्त और ग्रीष्म ऋतु का प्रारम्भ का दिन भी है इसलिए अक्षय तृतीया के दिन जल से भरे घड़े, कुल्हड, सकोरे, पंखे, खडाऊँ, छाता, चावल, नमक, घी, खरबूजा, ककड़ी, शक्कर, साग, इमली, सत्तू आदि घर्मी में लाभकारी वस्तुओं का दान पुण्यकारी माना गया है। इस दान के पीछे यह लोक विश्वास है कि इस दिन जिन-जिन वस्तुओं का दान किया जाएगा, वे समस्त वस्तुएँ स्वर्ग व अगले जन्म में प्राप्त होगी। इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा श्वेत कमल अथवा श्ववेत पाटल (गुलाब) व पीले पाटल से करनी चाहिये।

रिपोर्ट: विजय,431 दिन पहले

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"राइड एबव द क्लाउड्स"

कौन हैं संजीव शेखर पेशे से कॉरपोरेट प्रोफेशनल श्री संजीव शेखर को पत्रकारिता का भी लंबा अनुभव है। दशकों तक उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक तथा प्रिंट मीडिया के लिए काम चुके हैं। पढ़ने—लिखने में गहरी रूचि रखनेवाले संजीव शेखर की अभी तक तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। पत्रकारिता पर आधारित पुस्तक वियोंड न्यूज, महिला सशक्तिकरण पर आधारित पुस्तक डेडलॉक के बाद राइड एवभ द क्लाउड उनकी तीसरी पुस्तक है। श्री शेखर अपने विभिन्न नौकरियों में अपनी समझदारी, नैतिकता और समाजसेवा के सिद्धांतों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई आर्टिकल्स, ब्लॉग्स, रिपोर्ट्स और अन्य प्रकार के सामग्री लिखी हैं, जो उनकी विशेषज्ञता को दर्शाती हैं।

रिपोर्ट: विजय,436 दिन पहले

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