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हिंदी दिवस पर विशेष

रिपोर्ट: कार्तिक कुमार433 दिन पहलेआर्टिकल

आप सभी को हिंदी दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

हिंदी दिवस पर विशेष

हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है हमारी पहचान है हमारी शान है इसलिए हिंदी को आगे बढ़ाना है उन्नति की राह पर ले जाना है हम एक दिन ही नहीं बल्कि नित्य हिंदी दिवस मनाना है। जैसा की प्रति वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है वैसे वर्ष 1918 में गांधी जी की अध्यक्षता में हिंदी साहित्य सम्मेलन में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा गया था और 14 सितंबर 1949 के दिन संविधान सभा में एक मत से यह निर्णय लिया गया की 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाएगा

हिंदी हमारे दिल की भाषा है जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक संसद से सड़कों तक साहित्य से लेकर सिनेमा तक हर जगह का कल बनकर हमारे सामने आती है हिंदी अपने आप में गौरवमई भाषा है। एक बार अमेरिका में एक अमेरिका ने स्वामी विवेकानंद जी से सवाल पूछा How are you?स्वामी जी स्वामी जी ने कहा मैं अच्छा हूं अमेरिका को लगा शायद स्वामी जी को अंग्रेजी नहीं आती

इसलिए उन्होंने टूटी-फूटी हिंदी में ही सवाल किया आपको भारत से यहां आकर कैसा लग रहा है इस बार स्वामी जी ने अंग्रेजी में कहा I am feeling good in your country and your country is beautiful. अमेरिका ने कहा मैं जब आपसे अंग्रेजी में सवाल किया तो आपने इसका जवाब हिंदी में दिया और जब मैं आपसे हिंदी में सवाल किया तो आपने उसका उत्तर अंग्रेजी में दिया यह क्या पहेली है स्वामी जी स्वामी जी मुस्कुराए और उन्होंने कहा जब आपने मुझे अपनी मातृभाषा में सवाल किया तो मैं अपनी मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिंदी में जवाब दिया आपने फिर मेरी मातृभाषा का सम्मान करते हुए हिंदी में पूछा तो मैं आपकी मातृभाषा का सम्मान करते हुए आप की मातृभाषा में जवाब दिया।

अंत में मैं यही कहना चाहता हूं भारत की शान है हिंदी हिंदुस्तानियों के पहचान है हिंदी आज के आधुनिक युग में अंग्रेजी भाषा भी सीखनी चाहिए यह जरूरी है लेकिन हमें मातृभाषा हिंदी को कभी नहीं भूलना चाहिए और सदैव इसका प्रयोग भी हर जगह किया जाना चाहिए। हर कण में बसी है हिंदी, मेरा मान है हिंदी,मेरी शान है हिंदी। विनोद तीर्थनी सिंधी पाड़ा पाकुड़।

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