ईचागढ़ प्रकरण की हाईकोर्ट मॉनिटरिंग तेज, DIG ने पुलिस अधिकारियों से की गहन पूछताछ, जिला पुलिस ने रखा मजबूत पक्ष
मानवाधिकार उल्लंघन पर हाईकोर्ट सख्त, SP की पेशी और DIG जांच जारी, निलंबन कार्रवाई से पुलिस की पारदर्शिता का संकेत

सरायकेला : ईचागढ़ थाना में जेएलकेएम नेता तरुण महतो से कथित मारपीट मामले में मंगलवार को जांच की रफ्तार तेज रही। हाईकोर्ट के निर्देश पर कोल्हान डीआईजी अनुरंजन किस्पोट्टा चांडिल अनुमंडल कार्यालय पहुंचे जहाँ उन्होंने मामले से जुड़े पुलिस अधिकारियों से क्रमवार पूछताछ की। इस दौरान पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत भी मौजूद रहे। डीआईजी ने बताया कि तरुण महतो की पत्नी भानुमति महतो की शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है परंतु वह पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुईं जिससे कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर स्पष्टता नहीं मिल सकी। आशंका जताई जा रही है कि वह अलग से अपना बयान दर्ज करवा सकती हैं। उधर झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार एसपी सोमवार को कोर्ट में उपस्थित हुए थे जहाँ उन्होंने बताया कि ईचागढ़ थाना में सीसीटीवी उपलब्ध नहीं होने के कारण फुटेज प्रस्तुत नहीं किए जा सके। एसपी ने कोर्ट को यह भी अवगत कराया कि घटना में नामित सब इंस्पेक्टर विक्रमादित्य पांडे को 5 दिसंबर को निलंबित किया जा चुका है जो जिला पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रखते हुए राज्य के डीजीपी से मानवाधिकार से जुड़े मामलों पर कठोरपालन सुनिश्चित करने को कहा। कोर्ट ने दो दिनों में दो मामलों के सामने आने पर चिंता जताई लेकिन यह भी स्पष्ट हुआ कि जिला पुलिस अपनी कार्यवाही में पारदर्शिता, जवाबदेही और न्यायिक निर्देशों के पालन को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट डीआईजी जल्द हाईकोर्ट में दाखिल करेंगे।