पैनम के पूर्व कार्यकारी निदेशक रहे दिवंगत दीनानाथ शरण का 15 वीं तिथि पुण्यतिथि मनाई गई
उनके ही मेहनत और प्यार की परिणाम है विस्थापित लोगो अपनी जमीन कोयले की खनन के लिए प्रबंधन को देने के लिए तैयार हुए थे।
पाकुड़। पचवारा सेंट्रल कॉल ब्लॉक व नॉर्थ कॉल ब्लॉक के संस्थापक व कार्यकारी निदेशक रहे दिवंगत दीनानाथ शरण की 15 वीं पुण्यतिथि शनिवार को अमीरजोला स्थित डीबीएल कार्यालय के परिसर में उनकी प्रतिमा पर पुष्प कर श्रद्धांजलि सभा मनाई गई। दिवंगत दीनानाथ शरण की प्रतिमा पर डीबीएल कर्मियों ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन कर श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि सभा समारोह में जेम्स मुर्मू ने उनकी स्मृति में कहा कि दिवंगत दीनानाथ शरण के बदौलत आज अमरपारा में दो-दो कोल माइंस की नींव रखी गई और उनके ही मेहनत और प्यार की परिणाम है विस्थापित लोगो अपनी जमीन कोयले की खनन के लिए प्रबंधन को देने के लिए तैयार हुए थे। आज उन्हीं के आशीर्वाद से यह इलाका में दो-दो माइंस संचालित है।
कहा कि दिवंगत शरण साहब ने यहां जो अपनी छाप छोड़ गए हैं उनकी छाप की बदौलत इस क्षेत्र की जनता आज सदा उनका रिनिर रहेगी । हम इसी तरह आगे भी उनकी याद में श्रद्धांजलि सभा और स्मृति सभा का कार्यक्रम अनवरत करते रहेंगे।मौके पर संजय दास, राकेश कुमार सिंह, जेपी राय, प्रिंस कुमार , राजेश कुमार कर्ण, कार्तिक कुमार ,निपेंद्र कुमार सिंह, राजेश, राजकुमार अर्जुन,सहित सभी कर्मियों ने श्रद्धांजलि ली । सरण साहब की स्मृति में आलू बेड़ा गांव में तीन दिवसीय फुटबाल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है।
फाइनल गेम शनिवार के अपराह्न में होना है, गेम में कई जिलों की टीम यहां भाग ली है। मालूम हो कि स्वर्गीय दीनानाथ शरण का 12 अक्टूबर 2009 को पहाड़पुर के पास मॉर्निंग वॉक के दौरान उनकी और पैनेम के मैनेजर रहे सीतल प्रसाद की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना उस वक्त पूरे जिले में काफी सुर्खियों में रहा था। तत्कालीन एसपी मोहम्मद नेहाल और तत्कालीन डीसी मनीष रंजन में इस घटना को काफी गंभीरता से लिया लिया था। महज 15 दिनों में इस घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को पुलिस ने सलाखों के पीछे भेजने का काम किया था। हालांकि इस घटना के पीछे नक्सलियों का हाथ होने की बात सामने आई थी।