राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का जीप सदस्य मेरी लकड़ा ने फीता काटकर किया शुभारंभ
पोलियो के प्रकरण 2011 से भारत देश में नहीं मिले है बावजूद पड़ोसी देशों यथा पाकिस्तान, अफगानिस्तान आदि देशों में इसके प्रकरण मिल रहे है जिनकी संख्या पूर्व से बढ़ी है
शनिरंजन कुमार की रिपोर्ट
चैनपुर:- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चैनपुर में रविवार को राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी टी एन ठाकुर के द्वारा फीता काटकर किया गया
WhatsApp Video 2024-08-25 at 3.01.11 PM.mp4 "दो बूंद जिंदगी की" पोलियो खुराक अवश्य पिलाएं - जिप सदस्य मेरी लकड़ा
जिप सदस्य मेरी लकड़ा ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 25 अगस्त से 27 अगस्त तक आयोजित किया गया है जिसमे से 0-5 वर्ष के सभी बच्चों को पोलियो की दी जायेगी एवं छूटे हुए बच्चों को 26 से 27 अगस्त तक घर जा -जा कर पोलियो की दवा दी जाएगी ।उन्होंने सभी लोगो से अपील की है कि नजदीकी बूथों में जाएं और सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर उन्हें सुरक्षित करें।हम सभी के सहयोग से भारतवर्ष में इस गंभीर बीमारी से सुरक्षा निश्चित हो सकेगी तथा एक स्वस्थ्य भारत का निर्माण किये जाने का संकल्प साकार हो सकेगा।
आदिम जनजाति क्षेत्र के 0-5 वर्ष के एक भी बच्चें नहीं छूट पाए इसका विशेष ध्यान रखा जाए- मेरी लकड़ा
साथ ही उन्होंने चैनपुर प्रखंड के लगभग 30 पीवीटीजी(PVTG) ग्राम जिनमें आदिम जनजाति निवास करती है उन पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने संबंधित क्षेत्र की सेविका, सहायिका, सहिया से अपील की है कि पीवीटीजी क्षेत्र में 0 से 5 वर्ष के एक भी बच्चे नहीं छूट पाए इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
साथ ही चिकित्सा प्रभारी टी एन ठाकुर ने बताया कि जैसा कि हम सभी को विदित है पोलियो एक गंभीर बीमारी है जो बहुत से बच्चों की मृत्यु एवं दिव्यांगता का कारण बनती है जिसमें शरीर में अचानक शिथिलता, लुजपुंज एवं लकवा होता है हालांकि पोलियो के प्रकरण 2011 से भारत देश में नहीं मिले है बावजूद पड़ोसी देशों यथा पाकिस्तान, अफगानिस्तान आदि देशों में इसके प्रकरण मिल रहे है जिनकी संख्या पूर्व से बढ़ी है। सीमावर्ती देशों में हो रहे इन प्रकरणों से भारत देश में इसके प्रसार की आशंका है इस स्थिति में विद्यमान चुनौती को देखते हुए नियमित टीकाकरण में जन्म के तुरंत बाद 24 घण्टे में ओरल पोलियो की खुराक के साथ शिशु के प्रथम वर्ष 05 खुराक एवं नियमित पल्स पोलियों अभियान में 05 वर्ष की आयु तक पोलियो की खुराके 10 या 10 से अधिक दी जाती है प्रमाणित है कि जिन बच्चों ने 10 से अधिक पोलियो खुराके प्राप्त की हो वे पूर्णतः इस गंभीर बीमारी से सुरक्षित रहे है। विकसित देशों में पूर्व से प्रचलित इंजेक्शन द्वारा पोलियो का टीका अनुसार विगत कुछ वर्षों से भारत वर्ष में भी पोलियो से सुरक्षा हेतु नियमित टीकाकरण में पोलियो से सुरक्षा का इंजेक्शन एफ.आई.पी.वी. भी अतिरिक्त रूप से दिया जा रहा है। इस प्रकार से दोहरी सुरक्षा निर्मित होती है। इस सुरक्षा चक्र को और मजबूत किये जाने की दृष्टि से राष्ट्रीय स्तर पर पल्स पोलियो अभियान प्रतिवर्ष की भाती इस वर्ष भी आयोजित किया गया है। वही मौके पर काफी संख्या में पल्स पोलियो पीने वाले बच्चे मौजूद थे।