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घर को टूटने से बचाने के लिए संजीव चौधरी ने लगायी आग

रिपोर्ट: VBN News Desk190 दिन पहलेबिहार

बार-बार अपने घर को अतिक्रमण मुक्त कराने के नाम पर तोड़ने पर छुब्ध हो कर संजीब चौधरी ने प्रशासन के सामने आत्मदाह करने का किया प्रयास, जीवन मौत से जंग लड़ रहा है घायल संजीव चौधरी

घर को टूटने से बचाने के लिए संजीव चौधरी ने लगायी आग

तीसरी बार अतिक्रमण के नाम पर घर तोड़ने पहुँचे प्रशासन के सामने छुब्ध मकान मालिक ने खुद को लगाई आग

दरभंगा - कमतौल थाना क्षेत्र पिंडारूछ गांव में प्रसाशन द्वारा लगातार तीसरी बार अपने ही घर को अतिक्रमण मुक्त कराने के नाम पर तोड़ने पर छुब्ध हो कर प्रशासन के सामने कथित अतिक्रमणकारी संजीव चौधरी ने आत्म दाह करने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय व प्रशासनिक पहल से संजीव चौधरी की जान बच सकी। घटना के बाद गांव के स्थानिय लोगो मे प्रशाशन के विरुद्ध आक्रोश का माहौल है।

घटना के संबंध में बताया जा रहा है की कमतौल थाना क्षेत्र के पिंडारुछ गांव में बुधवार को केवटी सीओ चंदन कुमार हाई कोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण मुक्त करने पहुँचे। इसी क्रम में अतिक्रमण कारी संजीव चौधरी ने सीओ से कहा की एक ही घर को तीन तीन वार क्यों प्रशासन के द्वारा तोड़ा जा रहा है। जिसपर सीओ ने कहा की कोर्ट का आदेश है। इस बात से क्षुब्ध होकर संजीव चौधरी ने शरीर पर तेल छिड़कर आग लगा लिया,तथा मौके पर मौजूद पुलिस के जवान ने उसे बचाने की कोशिश की जिस क्रम में वह स्वयं झुलस गया। वहीं दूसरी तरफ आत्मदाह करने वाले संजीव चौधरी की नाजुक स्थिति देख परिजनो द्वारा इलाज के लिए डीएमसीएच ले जाया गया। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया। परन्तु पटना जाने में अधिक समय लगने के डर से परिजन उनका दरभंगा के निजी नर्सिंग होम में इलाज करवा रहे है।

घायल अंचल गार्ड देव कुमार सिंह ने बताया की हमलोग अंचलधिकारी के साथ अतिक्रमण खाली करवाने गए थे। जिसमे जिला से भी पुलिस बल को मंगवाया गया था। गाड़ी एक जगह मंदिर के पास रुकी। सभी लोग स्थल के लिए आगे बढ़े। सीओ और अमीन को बुलाने के लिए अंदर गए तो संजीव चौधरी हाथ में आग का गोला जैसा रखकर हाथ फैलाए हुए दौड़ रहे थे। जिससे भगदड़ हो गई। इसी क्रम में हम गिर गए तो वह हमको पकड़ लिए। इसके बाद दो फोर्स के लोग हमको खींच कर अलग किया। उसमे हमारा वर्दी जल गई। लेकिन हम बच गए। हमारे साथ एक और गार्ड राम कैलाश यादव को भी थोड़ी सी चोट आई है।

बताते चले की सुमित चौधरी, नागेन्द्र चौधरी व संजीव चौधरी तीनो फरिक के साथ जमीनी विवाद चल रहा है। इस कारण कोर्ट के आदेश पर स्थानीय प्रशासन ने केवटी के तत्कालीन सीओ रहे संतोष कुमार सुमन ने वर्ष 2019 में संजीव चौधरी के घर को तोड़ अतिक्रमण मुक्त कराया था। फिर पांच महीना पूर्व सीओ बसंत चौधरी ने संजीव के घर को तोड़ अतिक्रमण मुक्त कराया था।आज फिर सीओ चंदन कुमार टूटे घर को फिर तोड़ने गये थे। जिस कारण प्रशासन के रवैया से तंग आकर संजीव ने इस प्रकार का कदम उठाया। ग्रामीणों की माने तो संजीव इतना गरीब है की डीलर के यहां से मिल रहे अनाज के बल पर बाल बच्चो का भरण पोषण करता है।

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