नीमडीह थाना पर गंभीर आरोप, महिला और उसके बेटे पर जानलेवा हमले की एफआईआर नहीं लेने का आरोप, एसपी कार्यालय में लगानी पड़ी गुहार
पीड़िता का आरोप है कि इतने गंभीर हमले के बावजूद नीमडीह थाना पुलिस ने न तो कोई प्राथमिक कार्रवाई की और न ही प्राथमिकी दर्ज की।

सरायकेला : नीमडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत झिमड़ी गांव में कथित लव जिहाद और धर्मांतरण के बाद भड़की हिंसा के मामले में कार्रवाई को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस थाना क्षेत्र से एक और गंभीर मामला सामने आया है जिसमें एक महिला ने नीमडीह पुलिस पर एफआईआर दर्ज नहीं करने और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है। भाजपा जिला अध्यक्ष उदय सिंहदेव ने आरोप लगाया है कि नीमडीह थाना समेत जिले के अन्य थानों में भी आम जनता के साथ दुर्व्यवहार और मामले दर्ज नहीं करने की प्रवृत्ति आम हो गई है। उन्होंने कहा कि नीमडीह थाना पुलिस ने एक बुजुर्ग महिला और उसके बेटे पर हुए जानलेवा हमले की शिकायत पर भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की। मजबूरन पीड़िता को 60-70 किलोमीटर दूर सरायकेला स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगानी पड़ी। उदय सिंहदेव ने इसे आमजन के साथ अन्याय बताते हुए इसे प्रशासनिक असंवेदनशीलता करार दिया। इधर पीड़िता राधिका मंडल ने सरायकेला के पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन देकर न्याय की मांग की है। आवेदन में राधिका मंडल ने बताया कि 6 जून की सुबह 7:30 बजे के लगभग उनके गांव के चार लोगों चंदन मंडल, राजू मंडल, प्रबीर गोराई और नबीन गोराई ने उनके घर के पीछे स्थित नीम पेड़ को काटना शुरू किया। जब उनके बेटे भीम मंडल ने विरोध किया तो उन लोगों ने लोहा की रॉड और पेड़ काटने वाले धारदार औजार से हमला कर दिया। हमले में भीम मंडल का बायां हाथ टूट गया और गले में भी गंभीर चोट आई। उसे पहले एमजीएम अस्पताल ले जाया गया वहां से रेफर कर दिया गया और अब वह आदित्यपुर के गंगोत्री नर्सिंग होम में गंभीर हालत में इलाजरत है। महिला ने बताया कि जब उन्होंने अपने बेटे को बचाने की कोशिश की तो आरोपियों ने उन पर भी हमला कर दिया जिससे उनका एक दांत टूट गया और होंठ पर गहरी चोट आई जिसका इलाज निमडीह पीएचसी में कराया गया। पीड़िता का आरोप है कि इतने गंभीर हमले के बावजूद नीमडीह थाना पुलिस ने न तो कोई प्राथमिक कार्रवाई की और न ही प्राथमिकी दर्ज की। थक-हारकर उन्हें पुलिस अधीक्षक से गुहार लगानी पड़ी। उन्होंने दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।