शारदा सिन्हा को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग, राजद प्रवक्ता मुकेश झा ने किया आग्रह
शारदा सिन्हा का संगीत और उनकी सांस्कृतिक सेवा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
गम्हरिया : राजद के सरायकेला जिला प्रवक्ता मुकेश झा ने मैथिली और भोजपुरी संगीत को समृद्ध बनाने वाली महान गायिका शारदा सिन्हा को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की है। उनका कहना है कि शारदा सिन्हा ने अपनी मधुर आवाज और अनमोल योगदान से इन भाषाई परंपराओं को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
बता दें कि मैथिली और भोजपुरी संगीत की सुर साम्राज्ञी मानी जाने वाली शारदा सिन्हा को उनके प्रशंसक प्यार से मिथिला की लता मंगेशकर भी कहते हैं। उन्होंने विवाह, मुंडन, और आस्था का महापर्व छठ जैसे अवसरों पर ऐसे गीत दिए, जो आज भी हर दिल में बसे हुए हैं। उनके गीत छठ पर्व की पहचान बन चुके हैं और बिहार-झारखंड सहित देशभर के प्रवासी भारतीयों के बीच भी लोकप्रिय हैं।
राजद प्रवक्ता मुकेश झा ने कहा कि शारदा सिन्हा का योगदान केवल गीतों तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने मैथिली और भोजपुरी संस्कृति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करने का यह सही समय है। शारदा सिन्हा को पहले ही पद्मश्री और पद्मभूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है, लेकिन झा का कहना है कि उनके कार्यों की विशालता को देखते हुए उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। मुकेश झा ने मिथिला की अन्य प्रसिद्ध गायिका मिथिला पुत्री मिथिला रत्न को भी सम्मानित करने की बात कही, जिनका योगदान मैथिली और भोजपुरी संगीत को जीवंत रखने में महत्वपूर्ण रहा है।
शारदा सिन्हा का संगीत और उनकी सांस्कृतिक सेवा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उनके प्रति इस सम्मान की मांग ने फिर से मैथिली और भोजपुरी भाषाओं की समृद्ध धरोहर को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की चर्चा तेज कर दी है।