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विश्वविद्यालय प्रशासन के उदासीन रवैये से छात्र परेशान: अभाविप मनिका

रिपोर्ट: अभय कुमार6 दिन पहलेझारखण्ड

अभाविप झारखंड के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य उत्तम कुमार ने कहा कि आज विश्वविद्यालय पूरी तरह से अधिकारी विहीन हो गया है

विश्वविद्यालय प्रशासन के उदासीन रवैये से छात्र परेशान: अभाविप मनिका

मनिका: निलांबर पीताम्बर विश्वविद्यालय के गैर जिम्मेदाराना एवं उदासीन रवैये से विश्वविद्यालय के सत्र 2023—2027 के लगभग 20,000 छात्र परेशान हैं, उनका कहना है कि इस विश्वविद्यालय में नामांकन लेने के बाद हमारा भविष्य पूरी तरह से अंधकारमय हो चुका है, परीक्षा की तिथि जारी करने के बाद भी अभी तक परीक्षार्थियों का एडमिट कार्ड जारी नहीं होने से छात्रों में रोष है।

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इस संबंध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद डिग्री महाविद्यालय मनिका इकाई की कॉलेज अध्यक्ष नीलम कुमारी ने कहा कि मैं भी सत्र 2023—2027 की छात्रा हूं, विश्वविद्यालय के द्वारा 24 जून 2024 से हमारी परीक्षा प्रारंभ होने की सूचना दी गई थी लेकिन आज 22 जून तक भी विश्वविद्यालय के द्वारा एडमिट कार्ड जारी नहीं हो पाया है, इस वजह से हमारे मन में भी संशय है कि हम परीक्षा देंगे भी या नहीं, विश्वविद्यालय में सत्र पूर्व से ही बहुत देर से चल रही है, कक्षा प्रारंभ होने के बाद हर छः महीने में सेमेस्टर की परीक्षा होनी चाहिए, अब तक हमारे सत्र के 2 सेमेस्टर की परीक्षा संपन्न हो जानी चाहिए थी,लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की नाकामी के कारण सेमेस्टर 1 की परीक्षा भी समय पर संभव नहीं दिख रही है।

अभाविप मनिका के नगर मंत्री सौरभ भारती ने बताया की विश्वविद्यालय के गैर जिम्मेदाराना हरकत के कारण ही शुरू से ही विश्वविद्यालय में सत्र पीछे रहा है, और अब परीक्षा के दो दिन पूर्व भी परीक्षार्थियों का एडमिट कार्ड जारी नहीं होना इस बात का प्रतीक है कि विश्वविद्यालय नेतृत्व विहीन हो चुका है तकरीबन डेढ़ साल से विश्वविद्यालय प्रभारी कुलपति के भरोसे चल रहा है, वर्तमान में भी पलामू के प्रमंडलीय आयुक्त को विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है उन्होंने ने कहा की विश्वविद्यालय के भ्रष्ट अधिकारियों के कारण आज सभी विद्यार्थियों के भविष्य पर तलवार लटक रही है।

अभाविप झारखंड के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य उत्तम कुमार ने कहा कि आज विश्वविद्यालय पूरी तरह से अधिकारी विहीन हो गया है, यहां पे अध्यनरत छात्र असमंजस की स्थिति में कि हमारी परेशानियों का निवारण कौन करेगा, हमारी समस्याओं का समाधान कैसे होगा।

आगे उन्होंने कहा कि जिस एनसीसीएफ के भरोसे विश्वविद्यालय बैठा है उसका कार्यकाल एक साल पूर्व ही खत्म हो गया है, उसके कार्यालय में विगत कई दिनों से ताला लटका हुआ है बावजूद इसके विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले एक वर्ष में ना तो एनसीसीएफ़ को एक्सटेंशन दिया नाही किसी और को परीक्षा की जिम्मेदारी सौंपी।

अभी जून से लेकर अगस्त तक तकरीबन आठ परीक्षाओं की तिथि विश्वविद्यालय के द्वारा जारी की गई है लेकिन अभी तक एक भी परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी नहीं किया गया है, अगर समय रहते छात्रों के समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो परिषद विश्वविद्यालय के साथ साथ इसके अंतर्गत सभी महाविद्यालयों में आंदोलनरत रहेगी एवं सभी जगह तालाबंदी करने का कार्य करेगी।

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