महाकुंभ की भगदड़ में दबकर एक महिला की मौत, अन्य परिजन भी हुए घायल
मृतक गायत्री देवी की मायका तोलरा गांव में अवस्थित है।

विश्रामपुर पलामू : प्रयाग महाकुंभ में मौनी अमावस्या को स्नान करने गए श्रद्धालुओं की भीड़ में मंगलवार की रात मची भगदड़ में नावाबाजार के राजहरा गांव निवासी सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी अमरीश पांडेय की 62 वर्षीय पत्नी गायत्री देवी की मौत हो गई। वही इनके अन्य सगे संबंधी भी भगदड़ में घायल हो गए हैं। बुधवार परिजन महिला की शव के साथ अपने पैतृक गांव राजहरा वापस लौट रहे हैं। जहां गुरुवार को दाह संस्कार किया जाएगा।
मृतक के परिवार का सदस्य पुष्कर पांडेय ने बताया कि चाचा अमरेश पांडेय, चाची स्वर्गीय गायत्री देवी सहित पांच सगे संबंधियों के साथ गड़वा रोड स्टेशन से ट्रेन पड़कर प्रयागराज कुंभ स्नान करने सोमवार की रात निकले थे। सभी मौनी अमावस्या के अवसर पर स्नान कर पुण्य अर्जित करना चाहते थे।
बताया कि मंगलवार की रात प्रयागराज में मौनी अमावस्या के चलते महाकुंभ में काफी भीड़ था, जिसमें भगदड़ मच गई। जिसमें भगदड़ में चाची गायत्री देवी दब गई। इस घटना में उनकी मौत हो गई। जबकि अन्य सदस्य भी भगदड़ में घायल हो गए हैं। बताया कि मृतक का छोटा लड़का इलाहाबाद आर्मी कैंप में ही पदस्थापित है। बुधवार को प्रयागराज से शव के साथ परिजन वापस लौट रहे हैं।
मृतक गायत्री देवी की मायका तोलरा गांव में अवस्थित है। मायके के सदस्यों ने बताया कि गायत्री देवी का रेहला में भी अपना घर है। जहां सभी परिवार के सदस्यों के साथ रहते हैं। प्रयागराज कुंभ में मौनी स्नान को मृतक अपने पति, एक अन्य सगी बहन तेतरी देवी व उनके परिवार के सदस्यों के साथ गई थी। इस घटना में बहन तेतरी का इलाज प्रयागराज कुंभ में ही चल रहा है। जो गढ़वा जिला स्थित झूरा गांव की रहने वाली हैं।