डायन प्रताड़ना से पीड़ित महिला ने पद्मश्री छुटनी महतो से लगाई न्याय की गुहार
बिरबाँस परिवार परामर्श केंद्र पहुंची ज्योत्सना सरदार, कहा - जान से मारने की दी जा रही है धमकी

सरायकेला (जगदीश साव) : जिले के कांड्रा थाना क्षेत्र के हुदू गांव की एक महिला ज्योत्सना सरदार ने डायन प्रताड़ना से परेशान होकर बिरबाँस स्थित परिवार परामर्श केंद्र की संरक्षक एवं पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित छुटनी महतो से न्याय की गुहार लगाई है। परामर्श केंद्र को दिए गए आवेदन पत्र में पीड़िता ज्योत्सना सरदार ने आरोप लगाया है कि उनके ही परिवार के सदस्य सास मिथिला सरदार, गोतनी सविता सरदार, देवर हरमोहन सरदार, देवरानी पूजा सरदार और देवर सोहन सरदार उन पर बार-बार डायन होने का आरोप लगाकर गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देते हैं। ज्योत्सना ने लिखा है कि जब भी उनकी गोतनी का बच्चा बीमार होता है पूरा परिवार उसे जिम्मेदार ठहराता है और कहता है कि वह डायन विद्या से बच्चे को बीमार करती है और उसकी जान लेना चाहती है। उन्होंने यह भी बताया कि आए दिन गाली-गलौज और धमकियों के कारण वह डर और मानसिक तनाव में जी रही हैं। पीड़िता ने अपने आवेदन में कहा कि मैं बेहद भयभीत हूं और चाहता हूं कि मुझे उचित न्याय मिले और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। बता दें कि छुटनी महतो जो खुद डायन प्रताड़ना की शिकार रह चुकी हैं और आज डायन प्रथा के खिलाफ जागरूकता अभियान की अग्रणी नेता हैं उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया है और उचित कानूनी मदद दिलाने का भरोसा दिया है। डायन प्रताड़ना जैसे सामाजिक कलंक को मिटाने के लिए काम कर रही छुटनी महतो का कहना है कि ऐसे मामलों को चुपचाप सहने के बजाय आवाज़ उठाना जरूरी है ताकि पीड़ित महिलाओं को न्याय मिल सके और समाज में जागरूकता फैले।