फाइनेंस कंपनी का कर्मी आनंद हत्याकांड में पाकुड़ पुलिस का जवान विपिन पाठक को बंगाल पुलिस ने किया गिरफ्तार
गला दबाकर हत्या की बात स्वीकारी

पाकुड़। फाइनेंस कंपनी में कार्यरत रहा 30 वर्षीय युवक आनंद राज की पिछले दिनों हुई हत्या के मामले में वेस्ट बंगाल की सूती थाने की पुलिस ने पाकुड़ पुलिस के जवान विपिन पाठक को गिरफ्तार करने की चर्चा है। मिली जानकारी के अनुसार वेस्ट बंगाल की मुर्शिदाबाद जिले के सूती थाना के पीछे 15 मई को आनंद राज का डेड बॉडी सूती थाने की पुलिस ने बरामद की थी। इस मामले में सूती थाने की पुलिस ने जांच, पड़ताल के बाद पाकुड़ पुलिस के जवान विपिन पाठक जो आनंद राज के साथ मिलकर हाइवा चलाने का काम करता था। इसी दौरान दोनों के बीच पैसे को लेकर विवाद खड़ा हो गया और पाठक ने आनंद को बंगाल प्लानिंग कर वहां बुलाकर गाड़ी में ही गला दबाकर मौत की नींद सुला दी।
वेस्ट बंगाल की पुलिस इस कांड की तहकीकात कर आनंद के मोबाइल के कॉल डिटेल के आधार पर विपिन पाठक और आनंद राज का मैनेजर रहा अबू सुफियान की संलिप्तता सामने आने पर बीती रात दोनों को पाकुड़ से गिरफ्तार कर सूती थाना लेते गई। हालांकि पाकुड़ पुलिस को इस बात की जानकारी दोपहर के बाद मुर्शिदाबाद एसपी के द्वारा पाकुड़ एसपी को बताए जाने की खबर है। गिरफ्तार विपिन और अबू सुफियान ने सूती थाने की पुलिस के समक्ष स्वीकारा है कि इन दोनों ने ही आनंद राज को धूलियांन में हिलसा मछली खरीदने की बात कह कर बुलाया था और फिर दोनों ने मिलकर आनंद राज को गाड़ी में बिठाकर उसे गला दबाकर मौत की नींद सुला दी।
फिर उसके बॉडी को सूती थाना के सादिक पूर इलाके में फेंक कर वहां से भाग निकला। हालांकि चर्चा है कि इस हत्याकांड के पीछे कई और लोगों का नाम सामने आ सकता है। फिल वक्त वेस्ट बंगाल की पुलिस ने आनंद राज की हत्याकांड का पर्दाफाश कर पाकुड़ पुलिस को भी आश्चर्यचकित कर दिया है। विपिन पाठक के गिरफ्तारी की खबर की पुष्टि पाकुड़ की पुलिस अधीक्षक निधि द्विवेदी ने भी की है।
6 हाइवा का मालिक और पासिंग एजेंट के काम में सुर्खियों में था विपिन विपिन पाठक कहने को तो एक पुलिस कर्मी है, लेकिन पाकुड़ में अपने चार-पांच साल के कार्यकाल में इतनी लंबी छलांग लगा ली कि वह आज 6 हाइवा का मालिक बन बैठा है। हाइवा का मालिक बनने के बाद हिरणपुर में अपन पदस्थापन के दौरान विपिन चौड़ा मोर और रानीपुर चेक पोस्ट में पासिंग एजेंट के काम में भी उसका नाम सुर्खियों में रहा है। हिरणपुर के तत्कालीन थानेदार नवीन का लेफ्ट और राइट हैंड माने जाने वाला विपिन उस वक्त काफी पावरफुल माने जाते थे। उनके इशारे पर हिरणपुर थाने के इलाके में कलेक्शन का काम चलता था। हालांकि विपिन और थानेदार के कारनामा को लेकर कई बार एसडीपीओ के द्वारा पुलिस अधीक्षक को उनके विरुद्ध रिपोर्ट करने के बाद उन्हें वहां से हटाया गया। विपिन वर्तमान में अमरापारा में कार्यरत है।