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चैनपुर : निर्माण के महज 15 दिन में टूटने लगी सड़क, घटिया सड़क निर्माण पर ग्रामीणों का आक्रोश, दोबारा निर्माण की मांग

रिपोर्ट: शनिरंजन 9 घंटे पहलेझारखण्ड

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी केडेग से सिरासीता मार्ग, आरईओ से बनाया गया है करोडों की लागत वाला 5 किलोमीटर सड़क

चैनपुर : निर्माण के महज 15 दिन में टूटने लगी सड़क, घटिया सड़क निर्माण पर ग्रामीणों का आक्रोश, दोबारा निर्माण की मांग

चैनपुर (गुमला) : वर्षों की प्रतीक्षा के बाद चैनपुर प्रखंड के केडेग गांव से सीरा सीता धाम तक बनी 5 किलोमीटर सड़क के निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। सड़क का निर्माण कार्य हाल ही में पूरा हुआ था, लेकिन 15 दिन भी नहीं बीते और सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी है। ग्रामीणों ने ठेकेदार पर आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन सामग्री से किया गया। डामर और सड़क की परतें उखड़ने लगी हैं, जिससे सड़क चलने लायक भी नहीं रही। ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क उनके गांव में आजादी के बाद पहली बार बनी है, लेकिन इसकी स्थिति देख वे अब निराश हैं।

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ग्रामीण कुमुद टोप्पो, प्रताप तिर्की, संतोष कुजुर, रोनिल कुजुर, संतोष मिंज, शिव कुमार, एनामुएल लकड़ा समेत अन्य ने कहा कि बरसों से सड़क की मांग करते आए हैं, लेकिन अब जो सड़क बनी, वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों ने मिलीभगत से गुणवत्ता के साथ समझौता किया। घटनास्थल पर पहुंची जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा ने सड़क की खराब स्थिति को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "यह सड़क निर्माण कार्य बेहद घटिया तरीके से हुआ है। सड़क इतनी कमजोर है कि पैदल चलने से ही टूट रही है। ठेकेदार और विभागीय इंजीनियरों की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने जिला परिषद सदस्य के माध्यम से विभाग को चेतावनी दी है कि यदि सड़क का दोबारा गुणवत्तापूर्ण निर्माण नहीं कराया गया, तो वे आंदोलन करेंगे। मेरी लकड़ा ने कहा कि सरकार करोड़ों रुपए सड़क निर्माण में खर्च करती है, लेकिन ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से पैसे का बंदरबांट होता है। ऐसे निर्माण कार्यों पर कार्रवाई होनी चाहिए और सड़क का पुनर्निर्माण किया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो ग्रामीणों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। घटिया सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। प्रशासन से उम्मीद है कि वे ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे और सड़क का पुनर्निर्माण सुनिश्चित करेंगे।

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