राज्य सरकार की घोर उदासीनता के कारण पलामू सहित पूरे झारखंड का विकास है ठप : चंद्रशेखर सिंह छोटू
आजसू पार्टी ने हेमंत सरकार को किया कटघरे में खड़ा

मेदिनीनगर (पलामू) : राज्य सरकार की घोर उदासीनता के कारण पलामू सहित पूरे झारखंड का विकास ठप है। राज्य का हर कार्यालय भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबा हुआ है। आम आदमी का कोई भी काम नहीं हो रहा है। उक्त बातें आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव चंद्रशेखर सिंह छोटू ने कही। वे सोमवार को स्थानीय कचहरी परिसर में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार झारखंड में हिटलरशाही रवैया अपना रही है। विद्यार्थियों का मामला हो या फिर युवाओं का, हेमंत सरकार इनकी जिंदगी बर्बाद करने में लगी हुई है। विद्यालयों व महाविद्यालय में बेहतर ढंग से पढ़ाई नहीं हो रही है। परीक्षा समय पर कराने को ले चुनावी घोषणा के बावजूद अभी तक परीक्षा कैलेंडर जारी नहीं किया गया है। विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। युवाओं के हाथों को काम नहीं मिल रहा है। आजसू पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। कहा कि पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के चैनपुर- नेउरा पथ कई वर्षों से गड्ढे में तब्दील हो गया है। इस सड़क निर्माण के प्रति सभी जनप्रतिनिधि नाकाम साबित हो गए हैं। आजसू इन सभी सवालों को लेकर चैनपुर प्रखंड मुख्यालय से व्यापक आंदोलन की शुरुआत करेगी। मुख्यमंत्री को इस मामले पर गंभीरता से ध्यान आकृष्ट कराने के लिए चैनपुर प्रखंड मुख्यालय पर धरना कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी को चैनपुर नेउरा पथ निर्माण की मांग रखेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला उपाध्यक्ष सतीश तिवारी, जिला संगठन सचिव शिव शंकर प्रसाद, पार्टी के सुजीत तिवारी व अख्तर अंसारी सहित कई मौजूद थे।
हेमंत सरकार विश्वविद्यालय विधेयक 2025 वापस ले व सूर्या हांसदा का मर्डर केस सीबीआई को सौंपे : एनके तिवारी
मेदिनीनगर : आजसू पार्टी के पलामू जिला प्रधान महासचिव एनके तिवारी ने कहा कि हेमंत सरकार विश्व विद्यालय विधेयक 2025 को वापस ले। साथ ही सूर्या हांसदा मर्डर केस की जांच सीबीआई को सौंपे। तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय विधेयक 2025 के लागू होने से युवाओं व छात्र संघों में उबाल है। विधेयक छात्र हित में कतई नहीं है। हेमंत सोरेन की मंशा विश्वविद्यालय व उच्च विद्यालय में झामुमो की भूमिका बढ़ाना चाहते हैं। विधेयक के माध्यम से छात्र संघ का चुनाव में कोई भूमिका नहीं रहेगी। भूमिका केवल विश्वविद्यालय की रहेगी। चोर दरवाजे से छात्र संगठन का अध्यक्ष बनाया जाएगा। उन्होंने प्रश्न उठाया कि जब क्षेत्रीय मुद्दा आधारित चुनाव नहीं होंगे तो छात्रों के मुद्दे कौन उठाएंगे। यह हेमंत सोरेन का बड़ा षड्यंत्र है। आजसू विधेयक का विरोध करती है। यह अनैतिक व छात्र विरोधी है। उन्होंने कहा कि झारखंड के युवाओं का भविष्य हेमंत सरकार चौपट कर रही है। टेट की परीक्षा 9 सालों से नहीं हुई है। जेपीएससी, जेएसएससी व सीजेएल परीक्षाफल त्रुटि पूर्ण प्रकाशित किया जा रहा है। इसके चलते मामला न्यायालय में लंबित है। झारखंड सरकार कोई वैकेंसी नहीं ला रही है। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है।