एके सिंह कॉलेज में पूर्व प्राचार्य पर वित्तीय अनियमितता व दुष्प्रचार का आरोप
कॉलेज परिवार ने कुलपति को दिया ज्ञापन

मेदिनीनगर (पलामू) : हुसैनाबाद अनुमंडल का एक मात्र डिग्री महाविद्यालय एके सिंह कॉलेज, जपला के महाविद्यालय परिवार ने पूर्व प्रभारी प्राचार्य सूर्य मणि सिंह व दर्शनशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ. राम सुभग सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कॉलेज परिवार ने सचिव को दिए गए पत्र में कहा है कि पूर्व प्राचार्य एक लाख रुपये की राशि लेकर पिछले 15 दिनों से बिना प्रभार दिए गायब हैं। जबकि डॉ. राम सुभग सिंह मेडिकल अवकाश के नाम पर 20 दिनों से अनुपस्थित हैं।
कॉलेज परिवार का आरोप है कि उक्त दोनों शिक्षकों ने प्रेस व सोशल मीडिया के माध्यम से कॉलेज की गरिमा के विरुद्ध दुष्प्रचार कर रहे हैं। जबकि कुलपति ने महाविद्यालय में वरिष्ठता व यूजीसी नियमों के अनुसार नए प्रभारी प्राचार्य की नियुक्ति की है। इसका समर्थन पूरा कॉलेज परिवार करता है। पूर्व प्राचार्य डॉ. सूर्यमणि सिंह पर महाविद्यालय कोष के दुरुपयोग व बैंक खाते में छेड़छाड़ जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। इस संदर्भ में कॉलेज ने हुसैनाबाद के झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक को पत्र भेजा है।
इसमें यह पूछा गया है कि कॉलेज खाते में किसी अन्य संस्था का पैन नंबर किस परिस्थिति में जोड़ा गया। इसके साथ ही एक अन्य पत्र में स्पष्ट किया गया है कि नैक मद में खर्च की गई राशि के विवरण की मांग करने वाले शिक्षक को कानूनी अधिकार नहीं है और उसकी मांग को अनुशासनहीनता माना जाएगा। लेखापाल ने यह भी स्पष्ट किया है कि परीक्षा संचालन के लिए एक लाख रुपये की निकासी चेक संख्या 004278 के माध्यम से 17 जुलाई को की गई थी। इसे पूर्व प्राचार्य सूर्य मणि सिंह के पास जमा बताया गया है।
उनके मुंहजबानी बयान के अनुसार, वे प्रभार सौंपने के बाद राशि लौटाएंगे। लेकिन अब तक न तो प्रभार सौंपा गया है और न ही राशि वापस की गई है। इस पूरे मामले में कॉलेज परिवार ने कुलपति द्वारा कॉलेज हित में लिए गए निर्णयों का स्वागत किया है। साथ ही उनके प्रति आभार व्यक्त किया है। मामले की प्रतिलिपि कुलाधिपति, कुलपति, सांसद व विधायक को भी भेजी गई है।