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मोथा घास से अगर किसान हों परेशान तो हेलोसयूज नामक दवा करेगा सदा के लिए निदान : वेद प्रकाश

रिपोर्ट: Shailendra Tiwary63 दिन पहलेझारखण्ड

मैनकाइंड कंपनी ने होटल शिवाय ब्लू होटल में किया सेमिनार

पलामू -गढ़वा जिले के खाद, बीज- दवा विक्रेता हुए सेमिनार में शामिल

मोथा घास से अगर किसान हों परेशान तो हेलोसयूज नामक दवा करेगा सदा के लिए निदान : वेद प्रकाश

मेदिनीनगर (पलामू) : पलामू गढ़वा के किसान मोथा घास से परेशान हो गए हों। कितने प्रयास के बाद भी अगर नष्ट नहीं हो रहा हो तो मैनकाइंड कंपनी का हेलोसयूज नामक दवा का छिड़काव करें। हेलोसयूज नामक दवा मोथा घास को जड़ से सदा के लिए खत्म कर देगा। उक्त बातें मैनकाइंड कंपनी के सीनियर जीएम वेद प्रकाश ने कही। वे स्थानीय होटल शिवाय ब्लू में डिस्ट्रीब्यूटर पुरुषोत्तम अग्रवाल के नेतृत्व में गढ़वा व पलामू के खाद- बीज व दवा विक्रेताओं को संबोधित कर रहे थे।

आयोजित सेमिनार में उन्होंने कहा कि मैनकाइंड किसानों के हित में एक से बढ़कर एक दवा लेकर बाजार में उतरी है। कहा कि मोथा घास मक्के व गन्ने सहित टमाटर, मिर्च व अन्य लत्तेदार फसलों को आगे बढ़ने नहीं देती। फलत: किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। मोथा घास के निवारण के लिए कोई भी फसल लगाने के बाद तीन चार पत्ती का मोथा घास दिखने लगे तो हेलोसयूज दवा को 3.6 ग्राम 15 लीटर पानी के साथ मिलाकर छिड़काव करेंगे तो सदा के लिए निजात मिलेगी।

मौके पर रीजनल मैनेजर मोहित राज ने कहा कि नेचर काइंड केयर नामक भूमि सुधारक दवा 5 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करने पर फसल के उत्पादन में अप्रत्याशित वृद्धि होगी। नेचर काईंड केयर दवा मिट्टी में लाभदायक जीवाणुओं को बढ़ाता है। इससे मिट्टी नरम हो जाती है। साथ ही मिट्टी की पीएच में अप्रत्याशित सुधार होता है। नेचर काईंड केयर के उपयोग से मिट्टी का पीएच 6.5 से 7.5 के बीच हो जाएगा। इससे बेहतर फसल का उत्पादन होगा। मौके पर कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर प्रदीप कुमार राम ने कहा कि मैनकाइंड के ब्लू क्योर नामक दवा 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करने पर उकठा नामक रोग से निजात मिलती है। उकठा रोग में पौधे जड़ से सूख जाते हैं। मिट्टी के नीचे पौधे गल जाते हैं। इसका अब तक कोई निदान नहीं था। लेकिन मैनकाइंड कंपनी ने ब्लू क्योर नामक दवा बनाकर किसानों को बहुत बड़ा आधार स्तंभ दे दिया है। धान, अरहर, गन्ने सहित सब्जी की फसल में ब्लू क्योर अत्यंत लाभदायक है। मौके पर पीके राय ने कहा कि नेचर काइंड का माइको नामक दवा 100 ग्राम प्रति एकड़ प्रयोग करने से पौधे के जड़ क्षेत्र का अत्यधिक विस्तार होता है।

जड़ पौधे को खुराक पहुंचाता है। इससे पौधा में गुणात्मक विकास देखने को मिलता है। मौके पर कंपनी के प्रतिनिधि ऋषिकेश ओझा ने कहा कि एट्राह्यूज नामक दवा को एक एकड़ खेत के लिए 1400 मिली लीटर प्रयोग किया जाए तो मक्के के फसल में उगने वाले खरपतवार का नाश हो जाता है। बीज बुवाई के 20 दिन बाद छिड़काव किया जाएगा तो हरेक फसल के लिए लाभदायक होता है। इसके पूर्व कंपनी के पलामू व गढ़वा जिले के डिस्ट्रीब्यूटर सह खाद बीज व दवा क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यवसायी पुरुषोत्तम अग्रवाल ने कहा कि किसानों का हित सर्वोपरि है। कहा कि किसानों के खेत में डेमोंसट्रेशन में बेहतर रिजल्ट आने पर ही वे किसानों को दवा खाद व बीज दुकानदारों को उपलब्ध कराते हैं। कहा कि मैनकाइंड की दवा किसानों के खेतों में बेहतर रिजल्ट दिया है। यही कारण है कि पलामू व गढ़वा जिले के किसान मैनकाइंड कंपनी के दवा का प्रयोग कर बेहतर फसल प्राप्त कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि उन्होंने मैनकाइंड कंपनी के हर एक दवा के उत्पाद को पलामू- गढ़वा जिले के खाद, बीज व दवा के व्यवसायियों के बीच उपलब्ध करा दिया है। मौके पर बड़ी संख्या में पलामू व गढ़वा जिले के खाद, बीज व दवा दुकानदार मौजूद थे।

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