कोयल नदी किनारे इको-सेंसिटिव ज़ोन में अवैध पत्थर खनन जारी, प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
गौरतलब है कि यह इलाका पलामू टाइगर रिजर्व अंतर्गत इको सेंसिटिव ज़ोन में आता है जहां खनन गतिविधियां पूरी तरह प्रतिबंधित हैं।

बरवाडीह, लातेहार : बरवाडीह प्रखंड के केचकी पंचायत अंतर्गत कंचनपुर गांव के पास स्थित कोयल नदी के छठ घाट से सटे पहाड़ी क्षेत्र में पिछले 15-20 दिनों से अवैध पत्थर खनन का खेल बेधड़क जारी है। न तो किसी प्रकार की लीज है और न ही प्रशासनिक अनुमति बावजूद इसके दिन में पहाड़ तोड़े जा रहे हैं और रात के अंधेरे में ट्रैक्टरों से पत्थरों की ढुलाई की जा रही है। स्थानीय लोगों ने इस गोरखधंधे की सूचना पत्रकारों को दी जिसके बाद मौके पर पहुंचे रिपोर्टर ने देखा कि कई मजदूर पत्थर तोड़ने में लगे हैं। पूछताछ में मजदूरों ने स्वीकार किया कि यह काम छेचानी के जितेंद्र यादव के इशारे पर चल रहा है लेकिन उन्हें यह भी नहीं पता कि यादव किस पंचायत से आते हैं वे बस दिहाड़ी पर काम कर रहे हैं। पत्रकारों द्वारा इस अवैध खनन की सूचना बरवाडीह के अंचल अधिकारी मनोज कुमार और अनुमंडल पदाधिकारी भरत राम को दे दी गई है। अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि प्रशासन कब कार्रवाई करता है या फिर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा। गौरतलब है कि यह इलाका पलामू टाइगर रिजर्व अंतर्गत इको सेंसिटिव ज़ोन में आता है जहां खनन गतिविधियां पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। बावजूद इसके अवैध कारोबारी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए पहाड़ों को खोखला कर रहे हैं। जिला खनन टास्क फोर्स की कई बैठकों में ऐसे कारोबारियों पर शिकंजा कसने की बात कही जाती रही है लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस पर अविलंब कार्रवाई की मांग की है।