अंचल अमीन की लापरवाही , अंचलाधिकारी की आदेश को भी नहीं मानते अमीन
सरकारी अमीन प्रतीक कुमार की तानाशाही व लापरवाही के कारण परेशान स्थानीय लोगों ने पंचायत भवन तक जाने वाली अतिक्रमण की गई रास्ते की मापी प्राइवेट अमीन करीम अंसारी को लाकर कराया गया। लेकिन प्राइवेट अमीन होने के कारण उनकी माफी को अंचल कार्यालय के द्वारा मान्य होगा या नहीं समय बताएगा।

केतात कला पंचायत भवन तक पहुंचने वाले रास्ते की अतिक्रमण को लेकर करना था मापी, प्राइवेट अमीन से कराया गया मापी का कार्य
विश्रामपुर (पलामू): विश्रामपुर अंचल मी पदस्थापित सरकारी अमीन प्रतीक कुमार अपने वरीय अधिकारी के आदेश को भी नहीं मानते। इन्हें जो अच्छा लगेगा वही कार्य करेंगे, कौन क्या कहता है और क्या करेगा इससे नहीं कोई वास्ता नहीं। जानकारी के अनुसार केतात कला पंचायत भवन तक पहुंचने वाले रास्ते को कुछ स्थानीय लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर रास्ता को बंद कर दिया गया है। जिसका प्लॉट संख्या 1168 है। अतिक्रमण कर रास्ता को बंद करने संबंधित सूचना केतात कला पंचायत की मुखिया संजू चौबे द्वारा अंचल कार्यालय में आवेदन देकर अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की गई। अंचलाधिकारी इसे गंभीरता से लेते हुए अंचल कार्यालय के ज्ञापांक 283 दिनांक 17 अप्रैल 2023 से अंचल में पदस्थापित सरकारी अमीन प्रतीक कुमार को सूचनार्थ व निर्देशित किया गया है कि उक्त स्थल से संबंधित भौतिक सत्यापन करते हुए सीमांकन प्रतिवेदन यथाशीघ्र कार्यालय मे समर्पित करेंगे। लेकिन दो माह का समय बीतने के बावजूद अभी तक केतात पंचायत सचिवालय तक जाने वाली रास्ते की न मापी की गई और न अतिक्रमण मुक्त कराया गया। सरकारी अमीन प्रतीक कुमार की तानाशाही व लापरवाही के कारण परेशान स्थानीय लोगों ने पंचायत भवन तक जाने वाली अतिक्रमण की गई रास्ते की मापी प्राइवेट अमीन करीम अंसारी को लाकर कराया गया। लेकिन प्राइवेट अमीन होने के कारण उनकी माफी को अंचल कार्यालय के द्वारा मान्य होगा या नहीं समय बताएगा। लेकिन अंचल अमीन प्रतीक कुमार की कार्यशैली संतोषप्रद नहीं है। कोई भी कार्य के द्वारा नहीं किया जाता है केवल खुलेआम पैसों की उगाही की जाती है। केता पंचायत के पूर्व मुखिया रविशंकर चौबे उर्फ सेठ चौबे सहित कई लोगों की ओर से यह भी शिकायत की जाती है कि अंचल अमीन प्रतीक श्रीवास्तव को जमीन मापी से संबंधित कोई जानकारी नहीं है। वे अपने कार्यों में सहयोग के लिए प्राइवेट अमीन रखते हैं जिसका पैसा लोगों से वसूल कर उसकी भरपाई करते हैं। कार्यपद्धती अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी इसकी शिकायत पलामू उपायुक्त से करते हुए ऐसे निकम्में कर्मी पर कार्रवाई की मांग की जाएगी।