गम्हरिया में सौ से अधिक गर्भवती महिलाओं की गोद भराई, बच्चों का हुआ अन्नप्राशन
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को दी जा रही प्राथमिकता : दुर्गेश नंदनी

गम्हरिया : सरायकेला जिले के गम्हरिया बाल विकास परियोजना एवं मानसी प्रोजेक्ट के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को बहुद्देश्यीय सामुदायिक भवन, छोटा गम्हरिया में अन्नप्राशन/सुपोषण दिवस के अवसर पर सास-बहू-पति सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान सौ से अधिक गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की गई और छह माह पूरे कर चुके बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी दुर्गेश नंदिनी और मानसी प्रोजेक्ट के कर्मचारी उपस्थित रहे। दुर्गेश नंदिनी ने कहा कि यह कार्यक्रम आमतौर पर आंगनबाड़ी स्तर पर आयोजित किया जाता है, लेकिन इस बार इसे बड़े स्तर पर आईसीडीएस कार्यालय परिसर में भव्य रूप से किया गया। उन्होंने मानसी प्रोजेक्ट के कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि वे आईसीडीएस के साथ मिलकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और सशक्त करने में अहम योगदान दे रहे हैं। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वास्थ्य, शिक्षा व सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि बाल विवाह और भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि महिलाएं स्वयं जागरूक बनें और अन्य महिलाओं को भी शिक्षित करें। उन्होंने झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना की जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत कक्षा 8वीं से 12वीं तक की छात्राओं को शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता दी जा रही है। इसके अलावा 18-19 वर्ष की किशोरियों, जिनका वोटर आईडी बन चुका है, उन्हें भी सरकार आर्थिक मदद प्रदान कर रही है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना था। दुर्गेश नंदिनी ने कहा कि सरकार और आईसीडीएस द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ महिलाओं तक पहुंचे, इसके लिए आगे भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।