नीमडीह के ग्रामीणों का सड़क निर्माण में बाधा डालने वालों पर फूटा गुस्सा, बहिष्कार की दी चेतावनी
7 किलोमीटर सड़क निर्माण में पांच लोगों द्वारा कथित विरोध

नीमडीह (सागर गोप) : मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बांदू निर्मल चौक से लाकड़ी पहाड़धार तक 7 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण कार्य को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। लाकड़ी पंचायत को मुख्यालय से जोड़ने वाली इस जर्जर सड़क को पक्की सड़क में तब्दील करने की प्रक्रिया शुरू होते ही पांच लोगों ने इसका विरोध कर कार्य रुकवा दिया, जिससे इलाके में आक्रोश फैल गया है। ग्रामीणों के अनुसार लाकड़ी गांव के कोंका नापीत, भंदु नापीत, मंटू नापीत तथा तिलाईटाड़ गांव के भालगु महतो व दिलीप महतो नामक व्यक्तियों ने इस आधार पर सड़क निर्माण को बाधित किया कि यह भूमि उनकी रेयत जमीन है। ग्रामीणों ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह रास्ता पूर्वजों के समय से अस्तित्व में है और यह नक्शे के अनुसार सार्वजनिक पथ के रूप में मान्य है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब इस रास्ते पर पहले मिट्टी पथ फिर मुरुम पथ और बाद में ग्रेड-1 रोड बना था तब किसी ने आपत्ति नहीं जताई। अब जब पथ चौड़ीकरण और कालीकरण का काम हो रहा है तब अनावश्यक अड़चनें खड़ी की जा रही हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर उक्त पांच व्यक्तियों द्वारा कार्य में कोई रुकावट उत्पन्न होती है तो पूरा गांव मिलकर उनका सामाजिक बहिष्कार करेगा। ग्रामीणों ने ऐलान किया कि यदि नक्शे के अनुसार रास्ता किसी घर से गुजरता है तो घर भी तोड़ा जाएगा और जिम्मेदार व्यक्तियों को नहीं बख्शा जाएगा। ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि यदि विरोध जारी रहा तो वे उपायुक्त सरायकेला, चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी और नीमडीह अंचलाधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे। आवश्यकता पड़ने पर प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग की जाएगी ताकि बहुप्रतीक्षित सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण कराया जा सके। इस क्षेत्र में पिछले 20 वर्षों से सड़क की हालत बदहाल रही है। बरसात में आवागमन लगभग असंभव हो जाता है और दुर्घटनाओं की घटनाएं आम रही हैं। ऐसे में ग्रामीणों के लिए यह सड़क निर्माण एक बहुप्रतीक्षित सौगात है, जिसे रोकने का प्रयास अब सामुदायिक टकराव का कारण बनता जा रहा है।