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गम्हरिया के बीडीओ पर पंचायत समिति सदस्य ने लगाए गंभीर आरोप, कहा : आवेदन पर नहीं लेते संज्ञान

रिपोर्ट: MANISH 32 दिन पहलेझारखण्ड

पूजा सिंह ने कहा कि अगर जल्द ही इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वह उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के लिए बाध्य होंगी।

गम्हरिया के बीडीओ पर पंचायत समिति सदस्य ने लगाए गंभीर आरोप, कहा : आवेदन पर नहीं लेते संज्ञान

गम्हरिया : प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) अभय कुमार द्विवेदी पर पंचायत समिति सदस्य पूजा सिंह ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पूजा सिंह का कहना है कि बीडीओ साहब उनके द्वारा दिए गए आवेदन पर संज्ञान नहीं लेते और उनकी बातों को अनसुना कर देते हैं। पूजा सिंह ने बताया कि 12 दिसंबर 2024 को उन्होंने बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन निर्माण की जांच और निर्धारित शुल्क पर पुनर्विचार को लेकर बीडीओ को आवेदन दिया था, लेकिन अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस कारण उन्होंने पुनः एक रिमाइंडर आवेदन 06 फरवरी 2025 को बीडीओ और अंचल अधिकारी को सौंपा है।

क्या है पूरा मामला?

गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत छोटा गम्हरिया मौजा में टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट, गम्हरिया द्वारा CSR फंड से बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन का निर्माण कराया गया था। पंचायत समिति सदस्य पूजा सिंह ने आरोप लगाया कि भवन का निर्माण अधूरा है और इसका संचालन मनमाने तरीके से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह भवन सामाजिक, सांस्कृतिक और अन्य कार्यक्रमों के लिए आम जनता के उपयोग हेतु बनाया गया था, लेकिन इसके लिए 20,001 रुपये शुल्क वसूला जा रहा है, जो बहुत अधिक है। जबकि दुर्गा मैदान में बने सामुदायिक भवन और राजस्थान भवन मात्र 5,000 से 7,000 रुपये में उपलब्ध हैं।

क्या हैं पूजा सिंह की मांगें?

  1. बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन के निर्माण कार्य की जांच हो क्योंकि अब तक दूसरी मंजिल का निर्माण भी पूरा नहीं हुआ है।
  2. भवन के लिए निर्धारित शुल्क 20,001 रुपये से घटाकर 5,001 रुपये किया जाए।
  3. भवन संचालन समिति का पुनर्गठन हो और इसकी चाबी टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट के प्रतिनिधि के बजाय निष्पक्ष प्रशासनिक अधिकारी के पास हो।
  4. बीडीओ को जनहित से जुड़े मामलों पर गंभीरता से संज्ञान लेने का निर्देश दिया जाए।

प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल

पूजा सिंह ने कहा कि अगर जल्द ही इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वह उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के लिए बाध्य होंगी। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी इन आरोपों पर क्या सफाई देते हैं।

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