कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की नाबालिग अनाथ छात्रा से दुष्कर्म का आरोप, अभिभावकों में उबाल
पिपरा थाना पुलिस ने मेडिकल जांच के लिए नाबालिग को भेजा एमएमसीएच

छतरपुर (पलामू) : छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र के पिपरा प्रखंड अंतर्गत कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की नाबालिग अनाथ छात्रा के साथ युवकों पर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने का आरोप स्थानीय लोगों ने लगाया है। गार्ड की मिलीभगत से छात्रा को स्कूल परिसर से बाहर ले जाने व दुष्कर्म की घटना को अंजाम देकर नाबालिग को स्कूल गेट पर छोड़े जाने का आरोप है। इधर क्षेत्र में घटना की जानकारी आग की तरह फैल गई। अभिभावक स्कूल गेट पर आकर अपने पुत्रियों को घर ले जाने के लिए पहुंच गईं। अभिभावकों का आरोप है कि उन्हें वार्डेन ने नहीं मिलने दिया। इधर अभिभावकों ने मामले की जानकारी हुसैनाबाद के पूर्व विधायक सह बहुजन समाज पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष शिवपूजन मेहता को दी। शिवपूजन मेहता स्कूल कैंपस के बाहर पहुंचे व अभिभावकों से जानकारी ली। उन्होंने तत्काल सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भेजकर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग कर डाली। इधर मामले की जानकारी मिलते ही पलामू के जिला शिक्षा पदाधिकारी सौरभ कुमार कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय पहुंचे। उन्होंने मामले की जांच की। उन्होंने प्रथम दृष्टया गार्ड की भूमिका को संदिग्ध पाया। स्कूल के बाहर अभिभावकों से मिले। अभिभावकों को भरोसा दिलाया कि घटना की जांच की जा रही है। तीन दिनों के अंदर कार्रवाई होगी। इसके पूर्व घटना की जानकारी मिलते ही प्रशिक्षु आइएएस सह छतरपुर एसडीओ आशीष गंगवार, डीएसपी अवध यादव, डीइओ सौरव प्रकाश, बीडीओ विनय कुमार व प्रभारी थाना प्रभारी नकुल शर्मा पुलिस बल के साथ स्कूल पहुंचे। वहां नाबालिग से बयान लिया। साथ ही उसे मेडिकल जांच के लिए एमएमसीएच भेज दिया। घटना के संबंध में आरोप है कि नाबालिग अनाथ छात्रा को विद्यालय से जन वितरण प्रणाली के वितरक के पास फिंगरप्रिंट लगाने के बहाने स्कूल से बाहर निकाला गया। बाहर में एक स्कॉर्पियो खड़ी थी। नाबालिग को स्कॉर्पियो में बैठाया गया। उसे दूर जंगल में ले जाकर युवकों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद छात्रा को पुनः विद्यालय में पहुंचा दिया गया। इस संबंध में अनाथ छात्रा की चाची ने बताया कि उसकी भतीजी के साथ हुई घटना की जानकारी स्कूल में पढ़ने वाली भतीजी की सहेली ने फोन पर दिया। वे स्कूल में आयीं व अपनी भतीजी से मिलने का प्रयास किया। हाल पूछा। लेकिन भतीजी के ऊपर वार्डेन का इतना दबाव था कि वह केवल रोए जा रही थी। कुछ भी बताने से बहुत ज्यादा ही डर रही थी। वह डर के मारे थर- थर कांप रही थी। उस समय भी उनके सामने वार्डेन भतीजी को धमका रही थीं। धमकाते हुए बोल रही थी कि अगर कुछ उल्टा बोलोगी तो स्कूल से निकाल देंगे। इसके पश्चात उन्होंने घटना की जानकारी कई लोगों को दी। इधर पीड़ित छात्रा की चाची के आवेदन पर पिपरा थाना में धारा बीएनएस 65(1) व पॉक्सो एक्ट के तहत नामजद प्राथमिकी कांड संख्या 9/25 दर्ज की गई है। इसमें सुलतानी निवासी रंजन कुमार सिंह पर छात्रा के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। प्राथमिकी में छात्रा को स्कॉर्पियो गाड़ी बीआर 26 पीए 5359 से विद्यालय के बाहर छोड़कर फरार होने की बात कही गई है। इधर घटना की जानकारी मिलने पर सैकड़ों महिला -पुरुष अभिभावक स्कूल गेट पर पहुंचे। वे अपने बच्चों का हाल-चाल लेने के लिए पहुंचे थे। अभिभावकों के अनुसार वार्डेन ने उनकी बच्चियों से नहीं मिलने दिया। मौके पर रवि रौशन कुमार, चितरंजन राम, सौरभ कुमार, शिव कुमार, मुकेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, विजय राम, सुरेंद्र राम, मनोज राज, विजय भुइयां, राजेंद्र यादव गुड्डू यादव सहित कई महिलाएं अभिभावकों में उबाल देखा गया।
छात्रा ई-पास में अंगूठा लगाने को गई थी बाहर : वार्डेन
वार्डेन चंदा कुमारी ने बताया कि विद्यालय की कक्षा 10 में पढ़ने वाली छात्रा पूर्वाहन करीब 10.30 बजे तबीयत खराब होने व जन वितरण प्रणाली के ई-पॉश मशीन में अंगूठा लगाने की बात कहकर विद्यालय से बाहर निकली थी। अपराह्न करीब 2 बजे वापस लौटने पर उसकी हालत ठीक नहीं थी। सूचना पाकर छात्रा के परिजन जब विद्यालय पहुंचे तो उसे डरी सहमी हुई थी। वह नशा की हालत में प्रतीत हो रही थी। साथ ही छात्रा लगातार रो रही थी।
दोषियों को नहीं बक्शा जायेगा, होगी कड़ी कार्रवाई : जिला शिक्षा पदाधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी सौरभ कुमार ने स्कूल गेट के बाहर कहा कि बिना आईडेंटिटी जांच किए गार्ड ने छात्रा को बाहर भेजा है । यह एक गंभीर मामला है। घटना की जांच की जा रही है। इस घटना में शामिल वार्डेन, गार्ड या फिर अन्य कोई भी शामिल होंगे, किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। कठोरतम कार्रवाई होगी। सैकड़ों की संख्या में जुटे हुए अभिभावकों से कहना चाहेंगे कि विद्यालय की छात्राओं को पूर्ण सुरक्षा देने के लिए वे कटिबंध हैं। किसी भी हाल में बच्चों को विद्यालय से नहीं हटाएं।
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दोषियों को स्पीड ट्रायल के माध्यम से दोष सिद्ध कर दी जाए फांसी की सजा : शिवपूजन मेहता
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व विधायक शिवपूजन मेहता ने दुष्कर्म की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। कहा कि वार्डन की मिलीभगत से कुकर्म जैसे कार्य को अंजाम दिलाया जा रहा है। अभी भी कई पीड़ित छात्राएं हैं जो डर से अपना मुंह नहीं खोल रही हैं। उच्च स्तरीय जांच होगी तो मामला साफ हो जाएगा। उन्होंने पीड़ित नाबालिग अनाथ छात्रा को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की। पीड़िता को सुरक्षा देने के साथ-साथ घटना में शामिल दोषियों को स्पीड ट्रायल के माध्यम से दोष सिद्ध करते हुए फांसी की सजा देने की मांग की। शिवपूजन मेहता ने कहा कि घटना की जानकारी स्थानीय लोगों से मिली। वे गुरुवार की शाम से ही घटना के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पिपरा थाना पुलिस ने मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया। तब उन्होंने छतरपुर के डीएसपी व पलामू के डीडीसी को घटना की जानकारी दी। शुक्रवार को उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर घटना की जांच कराने की मांग की है।