संत रविदास की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित
वही दीपक साहा ने कहा कि काशी में जन्म लेकर संत ने अपने परम्परागत कार्य को श्रद्धा व गौरव से किया।

हिरणपुर : आध्यात्मिक गुरु संत शिरोमणि रविदास की 648 वी जयंती को लेकर बुधवार को सरकारी मवेशी हाट परिसर हिरणपुर में कार्यक्रम मनाया गया। जहां उपस्थित लोगों द्वारा संत की तस्वीर पर पुष्पसुमन अर्पित कर नमन किया। इस कार्यक्रम में काफी संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे। जहां उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए राधेश्याम रविदास ने कहा कि संत ने समाज को एक नई दिशा दी थी। समाज की नवनिर्माण व दासता से मुक्ति दिलाई थी।
जिससे आदर्शो पर हम अमल कर आगे बढ़ रहे है। मन चंगा तो कठौती में गंगा , आज भी काफी प्रासांगिक है। वही दीपक साहा ने कहा कि काशी में जन्म लेकर संत ने अपने परम्परागत कार्य को श्रद्धा व गौरव से किया। जो हमेशा से अपने जाति पर गौरव किया।जातपात व कुरीतियों से मुक्ति दिलाने के लिए सदैव संघर्ष किया। इनके सामाजिक नवचेतना को लेकर लोगो द्वारा नीचा दिखाने का भी प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि जातपात से ऊपर उठकर समाज को एकसूत्र में लाने का कार्य किया गया।
हिन्दू धर्म मे सभी जाति एक है। पृथ्वी के सभी जाति एक है।एक ही मां के सन्तान है। संत ने कहा था कि निस्वार्थ होकर भगवान की आराधना करने पर शक्ति की प्राप्ति होती है। मां गंगे भी इनके स्वच्छ मन से किये गए प्रार्थना से प्रभावित होकर कंगन दान दिए थे। संत के विचार व आदर्श आज के समय भी काफी प्रासांगिक है। जो हमे सही पथ पर चलने की प्रेरणा देती है। इस अवसर पर विजय दास , जितेंद्र दास , विक्की दास , उज्ज्वल दास, बाबूराम दास ,कुंदन दास आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे