छोटा गम्हरिया में बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन के शुल्क निर्धारण और संचालन पर उठे सवाल, अधूरी इमारत के लिए अधिक शुल्क वसूली का आरोप
संचालन समिति की मनमानी का आरोप, निर्माण कार्य में देरी और पारदर्शिता पर सवाल, जनहित में पुनः समीक्षा और संचालन समिति के पुनर्गठन की मांग

सरायकेला : गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत छोटा गम्हरिया पंचायत में टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट, गम्हरिया द्वारा सीएसआर फंड से निर्मित बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन के शुल्क निर्धारण और संचालन पर विवाद खड़ा हो गया है। पंचायत समिति सदस्य श्रीमती पूजा सिंह और विकास शर्मा ने इस मुद्दे को उठाते हुए भवन के संचालन और निर्धारित शुल्क की जांच की मांग की है। पंचायत समिति सदस्य पूजा सिंह ने कहा कि यह भवन अभी अधूरा है इसमें न तो पूरी तरह से बिजली की व्यवस्था है और न ही पानी की सुविधा। इसके बावजूद भवन के उपयोग के लिए 20,001 रुपये शुल्क वसूला जा रहा है, जो कि निजी विवाह भवनों से भी अधिक है। उन्होंने शुल्क को घटाकर 5001 रुपये करने की मांग की है। पूजा सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि भवन का संचालन टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट के प्रतिनिधि द्वारा मनमाने तरीके से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्राधिकृत प्रतिनिधि चाबी अपने पास रखकर अपने मनमुताबिक निर्णय ले रहे हैं, जिससे आम ग्रामीणों को भवन का उपयोग करने में कठिनाई हो रही है। ग्राम सभा की सहमति के आधार पर 16 जून 2022 को इस भवन के निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। इसे 1.10 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाना था, लेकिन अब तक इसकी दूसरी मंजिल का निर्माण भी शुरू नहीं हुआ है। यह भी जांच का विषय बना हुआ है। पंचायत समिति सदस्य श्रीमती पूजा सिंह और विकास शर्मा ने उपायुक्त, अंचल अधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र लिखकर इस भवन की संपूर्ण जांच कराने और संचालन समिति के पुनर्गठन की मांग की है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक उपयोग के लिए बने इस भवन का शुल्क तर्कसंगत होना चाहिए और संचालन पारदर्शी तरीके से होना चाहिए। ग्रामीणों और पंचायत समिति के सदस्यों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि भवन निर्माण कार्य की प्रगति की जांच की जाए, संचालन समिति को पुनर्गठित किया जाए और शुल्क को कम किया जाए ताकि आम लोग इसका आसानी से लाभ उठा सकें।