ओल चिकी लिपि के 100वें वर्ष पर संथाली प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन, 173 विद्यार्थियों ने लिया भाग
परीक्षा में कुल 180 छात्रों ने नामांकन कराया जिनमें से 173 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए।

चांडिल : ओल चिकी लिपि के शताब्दी वर्ष मिशन ओल चिकी - 2025 के तहत उत्क्रमित मध्य विद्यालय, शहरबेड़ा (चांडिल) में रविवार को संथाली प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन सत्यनारायण सोसिओ इकनोमिक एंड रिसर्च सेंटर और टीसीएस ओल इतुन आसड़ा रामगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस परीक्षा में कुल 180 छात्रों ने नामांकन कराया जिनमें से 173 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। प्रतियोगिता में झारखंड के धनबाद, बोकारो, सरायकेला, राजनगर, पश्चिम सिंहभूम, डुमुरिया, चकुलिया और चांडिल प्रखंड समेत उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले से भी छात्रों ने भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू द्वारा विकसित ओल चिकी लिपि को जन-जन तक पहुंचाना साथ ही संथाली छात्रों में छिपी प्रतिभा को खोजकर उन्हें प्रोत्साहित करना रहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में समाजसेवी संस्था सत्यनारायण सोसिओ इकनोमिक एंड रिसर्च सेंटर के सचिव सत्यनारायण मुर्मू, परीक्षा नियंत्रक शंकर मुर्मू, कोऑर्डिनेटर बद्रीनाथ मार्डी और रतन मार्डी की अहम भूमिका रही। साथ ही ओल चिकी शिक्षक और संथाली भाषा प्रेमी जैसे सत्य रंजन सोरेन, नरेंद्र मांझी, गोल्डन टुडू, दिनेश सोरेन, लखन मांझी, अनिमा टुडू, सुनाराम मांझी, सोनाराम बेसरा, और गुरुचरण कर्मकार भी कार्यक्रम में सक्रिय रूप से शामिल रहे। संथाली समाज और ओल चिकी भाषा के विकास हेतु यह आयोजन मील का पत्थर माना जा रहा है जिसमें बच्चों की भागीदारी ने आयोजन की सफलता को प्रमाणित किया।