शिक्षक के बिना समाज का बेहतर कल्पना संभव नहीं : डीआईजी नौशाद आलम
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन झारखंड के तत्वावधान में शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित

सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार शिक्षाविदों के लिए है प्रेरणादाई : इंदर सिंह नामधारी
मेदिनीनगर (पलामू) : शिक्षक के बिना समाज का बेहतर कल्पना संभव नहीं है। शिक्षक ही बच्चों को तरास कर देश का योग्य नागरिक बनाते हैं। शिक्षकों का कर्ज़ कभी नहीं उतर जा सकता। उक्त बातें पलामू प्रक्षेत्र के डीआईजी नौशाद आलम ने कही। वे प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन झारखंड के तत्वाधान में स्थानीय बैरिया चौक के माया पैलेस में शिक्षक दिवस के तहत शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम में बतौर उद्घाटनकर्ता बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के विकास में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। शिक्षकों द्वारा तरासे गए बच्चे ही भविष्य में देश को चलाने का काम करेंगे। ऐसे में शिक्षकों पर भी इसकी बड़ी जिम्मेवारी है। मुख्य अतिथि सह एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक इंदर सिंह नामधारी ने कहा कि समाज में शिक्षकों का महत्व ऐसे भी आंका जा सकता है जब देश के राष्ट्रपति होने के बावजूद सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपने जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया। यह बड़ी बात है। सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार शिक्षाविदों के लिए प्रेरणादाई है।
एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष अविनाश वर्मा ने एसोसिएशन के सभी इकाइयों के अध्यक्ष पदाधिकारी व सदस्यों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि शिक्षक हर वह व्यक्ति होता है जिससे हम सीखते हैं माता-पिता प्रथम शिक्षक होते हैं जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया उसमें कुछ दम है। सम्मान पाकर आगे भी बेहतर करने की सोचें। उन्होंने कहा की शिक्षक सबसे बड़ा शिल्पकार होता है। पत्थर को मूर्ति का रूप देता है तो लोग फूल चढ़ाने लगते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी तो किसी शिक्षक ने ही पढ़ाया होगा। इसलिए पढ़ने पर स्कूल से कितने पैसे मिलते हैं इस पर ध्यान देने से बेहतर है अपनी बुलंदियों को छुएं। कहा कि जो शिक्षक अलग ढंग से कार्यकर्ता है वह सफल होता है कहा कि उन्होंने संगठन के सदस्यों को एक धागे में पिरोने का काम किया है। कहा कि विद्यालय ज्ञान के झरने हैं। इस झरने से कोई अपनी प्यास बुझाता है कोई कला करता है। बच्चे प्यास बुझायेंगे तो राजेंद्र प्रसाद डॉक्टर अब्दुल कलाम बन सकते हैं।
संरक्षक रामानुज सिंह एवं शानू सिद्दीकी ने आने वाले दिनों में एक वृहद शिक्षक सम्मेलन करने का सुझाव दिया।
पंडित प्रदीप नारायण ने कहा कि जीवन में गैरसामाजिक तत्वों से परेशानियां झेलनी पड़ती है।अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की तरह सरकार प्राइवेट विद्यालय पर कई तरह के फरमान लागू करती है। यह अपने सरकारी विद्यालय की ओर ध्यान देते नहीं हैं। लेकिन प्राइवेट स्कूल पर कड़ी नजर रहती है, ऐसा क्यों। उन्होंने शिक्षक सम्मान समारोह को शानदार बताया।
इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन डीआईजी, नौशाद आलम, मुख्य अतिथि प्रथम विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी, विशिष्ट अतिथि संस्थापक अध्यक्ष अविनाश वर्मा, संरक्षक रामानुज सिंह, सानू सिद्दीकी व अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव व सचिव सतीश अग्रवाल व पंडित प्रदीप नारायण ने संयुक्त रूप से राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम का संचालन वरीय उपाध्यक्ष प्रदीप नारायण, सचिव सतीश अग्रवाल व कोषाध्यक्ष आनंद कुमार ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में एसोसिएशन से जुड़े सभी सदस्यों व उनके विद्यालय के एक -एक शिक्षक शिक्षिकाओं को मोमेंटो, शॉल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
ग्रीन वैली इंटरनेशनल स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों ने स्वागत नृत्य व अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण कर कार्यक्रम के उद्देश्य व एसोसिएशन की गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डालटनगंज इकाई से बिरेन्द्र दुबे, चन्दन कुमार सिंह, शारदा देवी, अजीत कुमार पाठक, श्रीमती पुष्पा गुप्ता, अशुतोष सिंह, शशि रंजन प्रकाश गुप्ता, अभिषेक दीक्षित चैनपुर इकाई से सिकन्दर आज़म, पूनम कुमार, अतुल कुमार गुप्ता, अजमल खान भुट्टो, रौशन कुमार कश्यप, सुभाष कुमार, अमित आनंद,विकास कुमार, धर्मेन्द्र प्रजापति, छत्तरपुर इकाई से मन्टू कुमार, बिरेन्द्र यादव, उमेश कुमार यादव, अमलेश कुमार, प्रदीप कुमार, पंकज कुमार, शैलेन्द्र कुमार सिंह, पंकज कुमार मिश्रा, सुनील कुमार, अवध बिहारी चन्द्र, बिनेश यादव, सत्येन्द्र कुमार यादव, उपेन्द्र गुप्ता पाटन इकाई से बिरेन्द्र प्रसाद, रवीन्द्र कुमार, नन्दन कुमार पासवान, अरशद खान, दीपक कुमार, कृष्ण कुमार, श्रीकांत कुमार वर्मा, गुंजा कुमारी, नरेन्द्र वर्मा, राजू मेहता, प्रमोद कुमार, मनोज कुमार सिंह, शैलेश मेहता, सुषांत शेखर, अशोक कुमार महतो, शम्भू कुमार प्रजापति, पूनम कुमारी, बब्लू गुप्ता पांकी इकाई से बिनोद सिंह, राजन कुमार, किरण कुमारी, दिनेश कुमार, नैमुद्दीन अंसारी, नारायण सिंह, रमेश सिंह, शशि सिंह, रविन्द्र कुमार, प्रमोद पांडेय, आर. एस. राय, कृष्णा पाठक, अरुण कुमार वर्मा, प्रियंका कुमारी, राजेश कुमार प्रजापति, कामख्या कुमार, मधुरिमा सिंह, मनोज कुमार, तौफीक अंसारी, सच्चिदानंद पांडेय जपला/हुसैनाबाद इकाई से शशिकेश कुमार कश्यप, दिलीप कुमार चौधरी, कौशल किशोर, कृष्ण तिवारी, रवि कुमार गुप्ता, मनोज कुमार प्रजापति, निरंजन प्रसाद, जयराम राम, रंजीत रवि, दिलीप कुमार, डॉ. अक्षय कुमार चौहान, डॉ. जितेन्द्र प्रसाद मौजूद थे।
अंत में सभी सदस्यों ने झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री रहे स्व रामदास सोरेन की याद में 2 मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी व राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम समापन किया।