मनरेगा के दीदी बाड़ी योजना में मनरेगा कर्मियों की मिली भगत से बिचौलियों की बल्ले-बल्ले
मामला मनिका पंचायत के भदईबथान गांव का एक महिला के नाम से बिचौलिए कई बार करवा रहे योजना।

मनिका लातेहार मनिका प्रखंड क्षेत्र में आए दिन मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आते रहता है ऐसा ही मामला अभी मनिका पंचायत के भदईबथान गांव से आ रहा है जहां पर पंचायत सेवक मनरेगा कर्मियों एवं बिचौलियों के मिली भगत से दीदी बाड़ी योजना में बड़ा खेल खेला गया है,यहां तक की जेएसएलपीएस के द्वारा दीदी बाड़ी योजना के लिए जिन महिलाओं की लिस्ट दी जा रही है,उसे दरकिनार कर बिचौलियों के द्वारा दिए गए महिलाओं की लिस्ट को चयन कर योजना की स्वीकृति कर दी जा रही है,जिससे कि बिचौलियों की बल्ले-बल्ले हो गई है। वहीं ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप कुमार को आवेदन देकर योजना की जांच कर मामले में संलिप्त पंचायत सेवक,मनरेगा कर्मी एवं बिचौलियों के ऊपर सख्त कार्रवाई का मांग किया है।

ग्रामीणों ने बताया है कि दीदी बाड़ी योजना का चयन मनिका पंचायत के पंचायत सेवक विक्की गुप्ता के द्वारा किया जा रहा है और योजना स्वीकृती के नाम से विक्की गुप्ता लाभुकों से खुलेआम पैसे का उगाही कर रहे हैं,जो व्यक्ति उन्हें पैसे नहीं देते हैं उनके नाम से योजना नहीं किया जाता है। साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि एक ही गांव में एक ही लाभुक के नाम से कई बार दीदी बाड़ी योजना का स्वीकृति किया गया है,अभी हाल में जो दीदी बाड़ी योजना का स्वीकृति हुआ है उसमें महिला लाभुकों के पति का नाम नहीं दर्शाया गया है,जिससे कि ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल बन गया है,क्योंकि गांव में एक ही नाम से अनेकों महिलाएं हैं और पति का नाम नहीं होने से स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि किस महिला के नाम से योजना की स्वीकृति की गई है। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत सेवक मनरेगा कर्मियों एवं बिचौलियों के मिली भगत से जानबूझकर लाभुकों के पति का नाम गोपनीय रखा गया है,ताकि किन्हीं को सच्चाई का पता ना चले और यह लोग खुलेआम योजना में हेरा फेरी कर सके। जब इस विषय में पंचायत सेवक से बात करते हैं तो पंचायत सेवक हम लोगों को धमकी देते हैं कि ज्यादा बोलने पर मानहानि का केस कर देंगे। ग्रामीणों ने कहा कि मनिका पंचायत में जब से पंचायत सेवक के पद पर विक्की गुप्ता कार्यरत है,तब से अवैध उगाही का उनके द्वारा तांडव मचाया जा रहा है,बिना पैसे लिए किसी भी योजना का वह काम नहीं करते हैं। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि बिचौलिए बिना लाभुकों को बताए हैं उनके नाम से योजना का स्वीकृती करवा रहे हैं और बिना जानकारी दिए ही योजनाओं का पैसे भी निकाल ले रहे हैं और मनिका पंचायत में पूर्व से दीदी बाड़ी योजना का लाभ ले रहे लाभुकों के नाम से ही अभी हाल में लगभग 250 दीदी बाड़ी योजना का स्वीकृती किया गया है।