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सिविल एसडीओ की कोर्ट के आदेश पर अखोरी तालाब में भरी गई मिट्टी को हटाया

रिपोर्ट: कार्तिक कुमार3 दिन पहलेझारखण्ड

भू स्वामी ने पुलिस प्रशासन के प्रति जताया आभार

सिविल एसडीओ की कोर्ट के आदेश पर अखोरी तालाब में भरी गई मिट्टी को हटाया

पाकुड़। शहर के नामचीन भू माफियाओं द्वारा पाकुड़ का चर्चित अखोंरी तालाब, पोखर को की गई अतिक्रमण को अनुमंडल दंडाधिकारी की कोर्ट के आदेश पर खाली कराने का काम मंगलवार से शुरू हो गया है। पिछले दिनों तालाब को कुछ सरकारी सेवक और भू माफिया की मिली भगत से मिट्टी भरकर कब्जा करने का प्रयास किया गया था।

तालाब को मिट्टी से भरने का स्थानीय लोगों के द्वारा की गई विरोध और शासन, प्रशासन के पास की गई शिकायत के बाद अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा निषेधाज्ञा 163 लागू कर दी गई थी। इस बाबत उक्त पोखर के रैयत पार्थ सारथी उपाध्याय जो वर्तमान में वेस्ट बंगाल में जॉइंट कमिश्नर जीएसटी के पद पर कार्यरत है के द्वारा सिविल कोर्ट में क्रिमिनल मि वाद संख्या 86/ 2025 दायर की गई थी। उक्त वाद की सुनवाई पूरी कर 3 मई को अनुमंडल दंडाधिकारी की कोर्ट के द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि चूंकि उभय पक्ष प्रश्न गत भूमि के अंश धारक है।

ऐसी स्थिति में किसी भी पक्ष के विरुद्ध या हित में निषेधाज्ञा को अत्यधिक अथवा रिक्त करने का आदेश पारित किया जाना उचित प्रतीत नहीं होता। ऐसे में दाग संख्या 09 में अवस्थित पोखर को उनके मूल स्वरूप में लाने का आदेश दिया जाता है । कोर्ट के आदेश पर मंगलवार को श्री पार्थ उपाध्याय द्वारा अपनी देखरेख में तालाब में भरी गई मिट्टी को हटाने का काम किया गया। हालांकि इस संबंध में उन्होंने बताया कि जब वे मंगल मंगलवार की सुबह तालाब में भरी गई मिट्टी को खाली कराने का काम कर रहे थे, तो कुछ भू माफिया किस्म के लोग हमें आकर धमकाने का प्रयास किया। लेकिन वे तुरंत इस बात को लेकर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार से जाकर मिले और उन्हें सारी वस्तु स्थिति से अवगत कराया। पुलिस अधीक्षक ने तुरंत इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर थाना के इंचार्ज को तालाब में भेज कर सहयोग किया। इस कार्य के लिए उन्होंने पुलिस अधीक्षक को बधाई का पात्र बताते हुए कहा कि पाकुड़ में करीब 20 ऐसे और तालाब है, जिसे भू माफियाओं के द्वारा कब्जा कर लिया गया है।

यह तालाब खतियान में दर्ज है और यहां वर्षों से लोग इस तालाब के पानी को अपने दिनचर्या में उपयोग करते आ रहे हैं । साथ ही इस तालाब में धूमधाम से छठ पर्व भी मनाई जाती है। इधर स्थानीय ग्रामीणों ने भी पुलिस प्रशासन के इस एक्शन की सराहना की है।

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