दबे पिता और बच्चों को लोगों ने गले लगाया
बारिश की तबाही के बीच ये कहानी रोंगटे खड़े कर देगी!
रांची में इन दिनों भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो चुके हैं। इस बीच आम लोग एक परिवार को बचाने के लिए आगे आए। मोरहाबादी के रहने वाले बबलू उरांव सेना से रिटायर हो चुके थे। जानकारी के अनुसार, मोरहाबादी से दोनों बच्चे हर दिन वैन से स्कूल जाते थे। सोमवार को वैन चालक ने सूचित किया था कि वैन खराब है, इसलिए आज वह बच्चों को नहीं ले जाएगा। बबलू उरांव सेना से रिटायर होने के बाद रांची के निजी प्रतिष्ठान में गार्ड का काम करते थे। सोमवार को उनका ऑफ डे था। इस कारण वह घर पर थे और अपनी बाइक से ही दोनों बच्चों को स्कूल लेकर गए थे और साथ में ला रहे थे।
हादसे के बाद बबलू और उनके दोनों बच्चे उसमें दब गए। बारिश के बावजूद आसपास मौजूद लोग तीनों को बचाने के लिए दौड़े। ईंट हटाकर बबलू और दोनों बच्चों को बाहर निकाला। पास के एक घर में ले गए, तब पता चला कि तीनों गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिसके बाद आनन-फानन में तीनों को अंजुमन इस्लामिया अस्पताल ले जाया गया। वहां से उन्हें राज अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद बबलू को मृत घोषित कर दिया। परिजनों के अनुसार, ऋषभ और वैभव को भी सिर में गंभीर चोट लगी है। हर थोड़ी देर में उलटी कर रहा है। सिर का सीटी स्कैन किया गया है। चिकित्सकों ने ऑपरेशन करने की बात कही है। वहीं, वैभव की स्थित कुछ ठीक है। बबलू उरांव का एक और भाई था, जिसकी मृत्यु वर्ष 2018 में हो गयी थी। बबलू उरांव की पत्नी को मौत की जानकारी नहीं दी गयी है। उन्हें बताया गया है कि बबलू का एक्सीडेंट हो गया है। घर में बबलू की मां और बहने हैं।
उपेक्षा के बीच मदद के लिए बढ़े हाथ ने जिंदगी बचाई
अधिकारियों की उपेक्षा के बीच स्थानीय लोगों ने अपने स्तर से दबे को निकाला। अस्पताल ले गए और इलाज कराया। अगर तत्काल मदद नहीं मिलती तो बड़ा हादसा हो सकता था। इस आपदा में लोग इस तरह एक-दूसरे की मदद करें।