सरायकेला-खरसावां पुलिस की अनोखी पहल, अवैध खेती के खिलाफ जागरूकता के लिए बांटे विशेष चॉकलेट
पुलिस ने बच्चों और ग्रामीणों के बीच ऐसे चॉकलेट वितरित किए, जिनके रैपर पर अफीम की खेती के कानूनी और सामाजिक दुष्परिणाम लिखे गए थे।

सरायकेला-खरसावां : अवैध अफीम की खेती को रोकने और आम जनता को इसके दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए सरायकेला-खरसावां पुलिस ने एक अनोखी पहल शुरू की है। इसके तहत पुलिस ने बच्चों और ग्रामीणों के बीच ऐसे चॉकलेट वितरित किए, जिनके रैपर पर अफीम की खेती के कानूनी और सामाजिक दुष्परिणाम लिखे गए थे। यह जागरूकता अभियान तीन थाना क्षेत्रों में चलाया गया। जिसमें चौका थाना क्षेत्र अंतर्गत अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) चांडिल के नेतृत्व में घाटदुलमी बाजार में अभियान चलाया गया, जहां लोगों को विशेष रैपर वाले चॉकलेट वितरित किए गए। वहीं खरसावां थाना क्षेत्र में थाना प्रभारी गौरव कुमार के नेतृत्व में वर्गीपुर गांव में ग्रामीणों के बीच चॉकलेट बांटे गए और अवैध खेती से होने वाले खतरों पर चर्चा की गई तथा कुचाई थाना क्षेत्र के ग्राम सेरेंगदा में पुलिस ने स्थानीय लोगों के बीच जाकर जागरूकता अभियान चलाया और चॉकलेट वितरण किया।
सरायकेला-खरसावां पुलिस का यह अनोखा प्रयास अवैध अफीम की खेती के खिलाफ जनजागरूकता बढ़ाने और ग्रामीणों को इसके कानूनी परिणामों से अवगत कराने के लिए किया गया है। पुलिस प्रशासन का मानना है कि छोटे-छोटे कदमों से बड़े बदलाव संभव हैं, और जागरूकता फैलाने के लिए यह तरीका असरदार साबित हो सकता है। स्थानीय लोगों, खासकर बच्चों और युवाओं में इस अनोखी पहल को लेकर उत्साह देखा गया। पुलिस प्रशासन को उम्मीद है कि इस तरह के रचनात्मक अभियानों से लोग अवैध खेती से दूर रहेंगे और समाज को नशे के खतरे से बचाने में सहयोग करेंगे।