ताज़ा-ख़बर

सड़क की बदहाली से आक्रोशित ग्रामीणों ने सगालीम-आसेहार मुख्य सड़क पर किया धनरोपनी

रिपोर्ट: Ashwini kumar Ghai21 घंटे पहलेझारखण्ड

सड़क नहीं बनने से नाराज हैं लोग, ग्रामीणों ने माइंस संचालक को ठहराया दोषी

सड़क की बदहाली से आक्रोशित ग्रामीणों ने सगालीम-आसेहार मुख्य सड़क पर किया धनरोपनी

हाईवे चलने से सड़क की स्थिति हुई बदहाल, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

मेदिनीनगर : पलामू जिले के पांकी प्रखंड के सगालीम-आसेहार मुख्य सड़क की बदहाली से त्रस्त होकर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। सड़क की जर्जर स्थिति और आए दिन हो रही दुर्घटनाओं से तंग आकर सैकड़ों ग्रामीणों ने अनोखे ढंग से विरोध दर्ज कराया। उन्होंने खेत की जगह सड़क पर हल चलाकर धान की रोपनी कर दी। यह विरोध प्रदर्शन पांकी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी विनय सिंह दांगी के नेतृत्व में किया गया। जिसमें जनेश्वर ठाकुर, सुनील ठाकुर, विनोद कुमार, अशोक रजक, मनोज पांडे, नीतीश कुमार, हेमंत ठाकुर, मिथलेश ठाकुर, चंदन ठाकुर, धनेश्वर ठाकुर, बंसत सोनी, रामरती देवी, देवंती देवी, चंदन शर्मा, बाबूलाल शर्मा समेत सैकड़ों की संख्या में लोगों ने शामिल होकर सड़क पर धनरोपनी की। ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा कि इस सड़क की बदहाली के लिए माइंस संचालक जिम्मेदार हैं।

प्रतिदिन 45 से 50 टन वजन वाले हाईवा ट्रक इस सड़क से गुजरते हैं, जिससे सड़क पूरी तरह से कीचड़ और गड्ढों में तब्दील हो गई है। भारी वाहनों की आवाजाही से न केवल सड़क जर्जर हुई है, बल्कि जानलेवा साबित हो रही है। स्कूली बच्चों, मरीजों और आम लोगों का पैदल चलना भी दूभर हो गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सगालीम से आसेहार की दूरी मात्र 5 किलोमीटर है, लेकिन इस दूरी को तय करने में अब दो घंटे से ज्यादा का समय लग रहा है। सड़क की हालत ऐसी हो चुकी है कि एंबुलेंस तक गांव में आने से इनकार कर देती हैं। कई बार गंभीर मरीज रास्ते में ही दम तोड़ चुके हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन और माइंस प्रबंधन की चुप्पी जनभावनाओं की अनदेखी को दर्शाती है।

ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार प्रशासन से सड़क मरम्मत की मांग की, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला। आज मजबूरी में लोगों को सड़क पर खेती करनी पड़ी, ताकि सरकार और माइंस संचालक को ग्रामीणों के पीड़ा का अहसास हो सके। सड़क पर रोपे गए धान इस बात का प्रतीक हैं कि यह सड़क अब आवागमन नहीं, केवल प्रतीकात्मक विरोध की जगह बन चुकी है।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि अविलंब सड़क की मरम्मत कार्य शुरू नहीं किया गया तो माइंस संचालन के खिलाफ जन आंदोलन और तेज किया जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की है कि माइंस कंपनियों से सी.एस.आर. फंड के तहत सड़क मरम्मत कराई जाए, वरना जनविरोध और उग्र होगा। यह प्रदर्शन यह साबित करता है कि जब सरकार और कंपनियां जनता की आवाज नहीं सुनती, तो जनता सड़क पर उतरकर अपनी ताकत दिखाने को मजबूर होती है।

दो दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ती है आसेहार - सगालीम मुख्य सड़क

पलामू जिले के पांकी प्रखंड क्षेत्र के आसेहार - सगालीम मुख्य सड़क करीब दो दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ती है। आसेहार , कुसड़ी, महुगांई, बनई, भवरदह, होटाई, रतनपुर, भांग , परसिया , करीवा पत्थर, करमावाटांड़, माहे डेमा, सालमदीरी,नगड़ी, इरवा कुबुआ सहित दो दर्जन से अधिक गांवों का आवागमन का मात्र साधन आसेहार - सगालीम मुख्य सड़क ही है। करीब 50 हजार से अधिक की आबादी इस सड़क से आवागमन करते हैं। सड़क जर्जर होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इन्हें भी पढ़ें.