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गिरिडीह में जंगली हाथियों का नरसंहार, दो महिलाओं सहित तीन पर हमला, दो की मौत, ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ भारी आक्रोश

रिपोर्ट: VBN News Desk1 दिन पहलेझारखण्ड

20-22 हाथियों के झुंड ने बनाया तीन प्रखंडों को दहशतगर्दी का मैदान, मुआवज़ा और सुरक्षा को लेकर उबल रहा जनाक्रोश

गिरिडीह में जंगली हाथियों का नरसंहार, दो महिलाओं सहित तीन पर हमला, दो की मौत, ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ भारी आक्रोश

गिरिडीह : जिले में जंगली हाथियों का आतंक दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। जमुआ, देवरी और बिरनी प्रखंडों में सक्रिय 20-22 हाथियों के झुंड ने ग्रामीणों का सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। ताज़ा घटना बिरनी थाना क्षेत्र के गादी गांव की है जहाँ सोमवार सुबह हाथियों ने दो महिलाओं सहित तीन ग्रामीणों पर हमला कर दिया। शांति देवी (65) और बोधी पंडित (55) की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई जबकि पेशम गांव की सुदामा देवी गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज गिरिडीह सदर अस्पताल में चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि शांति देवी और बोधी पंडित अपने खलिहान में काम कर रहे थे तभी अचानक हाथियों का झुंड खेतों में घुस आया और दोनों को बेरहमी से कुचल डाला। सुदामा देवी को एक हाथी ने जोर से पटक दिया जिससे वे गंभीर घायल हो गईं। घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई और लोग भारी आक्रोश में सड़क पर उतर आए। स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिजनों को उचित मुआवज़ा और हाथियों को गांव से तत्काल हटाने की मांग की है। मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक नागेन्द्र महतो ने मृतकों के आश्रितों को शेष 3,70,000 रुपये मुआवज़ा सात दिन के भीतर देने का आश्वासन दिया। डीएफओ मनीष तिवारी के अनुसार शुरुआती 30,000 रुपये की सहायता राशि परिजनों को दी जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि इससे दो दिन पहले देवरी थाना क्षेत्र में भी एक ग्रामीण की हाथी के हमले में मौत हो चुकी है। लगातार बढ़ते घटनाक्रम ने पूरे गिरिडीह जिले को दहशत के साये में ला खड़ा किया है।

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