धनबाद रेलवे पार्सल कार्यालय में 500 खरगोश बरामद, अवैध तस्करी का बड़ा खुलासा, पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने बचाई जान
पिंजरों में भयावह ओवरलोडिंग, भोजन-पानी तक नहीं, नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों पर कार्रवाई की मांग तेज

धनबाद : रेलवे पार्सल कार्यालय में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया जब पशु अधिकार कार्यकर्ता शौमिक बनर्जी अपनी टीम के साथ अचानक निरीक्षण के लिए पहुंचे। उन्हें सूचना मिली थी कि पार्सल कार्यालय में लगभग 500 खरगोश अवैध रूप से कई दिनों से बंद रखे गए हैं और इन्हें ट्रेन के माध्यम से तस्करी कर अन्य राज्य भेजने की तैयारी चल रही है। जांच में पता चला कि शाहा एंटरप्राइजेज इन खरगोशों को धनबाद से मुरादाबाद भेजने की कोशिश कर रहा था। कार्यकर्ताओं के अनुसार रेल नियमों के मुताबिक एक पिंजरे में अधिकतम 10 खरगोश ले जाने की अनुमति है लेकिन मौके पर भारी ओवरलोडिंग पाई गई। कई पिंजरों में 25 से अधिक खरगोश ठूंसे गए थे। ना भोजन, ना पानी इस अमानवीय स्थिति के कारण चार खरगोशों की मौत हो चुकी थी जबकि कुछ खरगोशों ने वहीं बच्चे भी दिए। शौमिक बनर्जी ने चेतावनी दी कि यदि तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो सैकड़ों जानें जा सकती हैं। उधर पार्सल कर्मचारी रूपक कुमार ने बताया कि उचित कागजात प्रस्तुत न किए जाने और नियमों का पालन न होने के कारण पार्सल को रोका गया है। वहीं खरगोशों को भेजने वाला व्यक्ति अपनी खराब तबीयत का हवाला देकर स्थल छोड़कर चला गया। यह घटना न केवल पशु क्रूरता कानूनों की खुली अवहेलना को दर्शाती है बल्कि रेलवे पार्सल सिस्टम में निगरानी व्यवस्था की गंभीर खामी भी उजागर करती है। पशु अधिकार समूह ने मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।