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बिरसा मुंडा लर्निंग फेस्टिवल में दिखी आदिवासी संस्कृति की झलक

रिपोर्ट: Ashwini kumar Ghai18 घंटे पहलेझारखण्ड

पीएम श्री योजना के तहत हुसैनाबाद कस्तूरबा विद्यालय में छात्राओं ने किया परंपरागत ज्ञान और विरासत का शानदार प्रदर्शन

बिरसा मुंडा लर्निंग फेस्टिवल में दिखी आदिवासी संस्कृति की झलक

हुसैनाबाद: पीएम श्री हुसैनाबाद कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पीएम श्री योजना के अंतर्गत बिरसा मुंडा लर्निंग फेस्टिवल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में हुसैनाबाद आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें उपस्थित गणमान्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से भाग लिया। उद्घाटन के बाद छात्राओं द्वारा अपनी पारंपरिक संस्कृति, जीवनशैली और आदिवासी धरोहर को प्रस्तुत करते हुए विविध प्रकार के प्रदर्शनों का आयोजन किया गया।

प्रदर्शनी में छात्राओं ने धान काटने का हसुआ, तीर-धनुष, मिट्टी के बर्तन, बांस से बने दौरा, मछली पकड़ने की बंसी और जाल, ढोल, कांसे के लोटे, सूप, कुदाल सहित अनेक परंपरागत कृषि और घरेलू उपकरण प्रस्तुत किए। इन वस्तुओं के माध्यम से न केवल ग्रामीण जीवन की झलक मिली, बल्कि छात्राओं की रचनात्मकता और पारंपरिक ज्ञान के प्रति रुचि भी सामने आई।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में संथाली और नागपुरी नृत्य की विशेष प्रस्तुति ने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही, छात्राओं ने बिरसा मुंडा की जीवनी पर आधारित कहानियों, फोटोग्राफ्स, नाटक और कला-संस्कृति से जुड़े मॉडल्स के माध्यम से उनके जीवन दर्शन और संघर्ष को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की वार्डेन किरण कुमारी सिंह ने कहा कि “इस तरह के आयोजन से छात्राएं अपनी जड़ों से जुड़ती हैं और अपने इतिहास व संस्कृति को जानने की प्रेरणा पाती हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि विद्यालय का प्रयास है कि बालिकाओं में आत्मविश्वास के साथ-साथ सांस्कृतिक पहचान भी विकसित हो।

कार्यक्रम में शिक्षिकाओं, अभिभावकों और स्थानीय समुदाय के लोगों की भी उपस्थिति रही। यह आयोजन छात्राओं के लिए सीखने और अपनी विरासत को जानने का महत्वपूर्ण अवसर बना। मौके पर वार्डेन किरण सिंह, शिक्षिका सुष्मिता रानी, रागिनी कुमारी, अंशकालिक शिक्षिकाएं सुमन मैम, शारदा मैम, अर्शू, नीलम मेहता एवं सुमित्रा मैम मौजूद रहीं।

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