अवैध स्क्रैप टाल में रखा सरकारी नलकूप ‘नजरअंदाज’! निरीक्षण में अंचल अधिकारी की भूमिका पर उठे सवाल
भाटिया बस्ती स्क्रैप टाल मामले में अंचल अधिकारी पर लापरवाही का आरोप, लोगों में आक्रोश

आदित्यपुर : सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत भाटिया बस्ती स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के समीप संचालित कथित अवैध स्क्रैप टाल को लेकर विवाद और गहरा गया है। रेलवे और औद्योगिक इकाइयों से चोरी किए गए लोहे, तांबे और अन्य कीमती धातुओं की अवैध खरीद-फरोख्त के आरोप पहले ही स्थानीय लोगों द्वारा लगाए जा चुके हैं। अब इस मामले में गम्हरिया अंचल अधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण कुमार की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्क्रैप टाल परिसर में सरकारी नलकूप के हिस्से समेत कई संदिग्ध सामग्री मौजूद थी जिसकी शिकायत प्रशासन से की गई थी। उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह के निर्देश पर तीन दिनों बाद जब अंचल अधिकारी निरीक्षण के लिए पहुंचे तो कथित तौर पर उनके सामने रखा सरकारी नलकूप दिखाई ही नहीं दिया। आरोप है कि अंचल अधिकारी स्क्रैप टाल के अंदर तक गए बिना ही निरीक्षण कर लौट गए जबकि उसी समय टाल परिसर के कमरे में रेलवे और औद्योगिक क्षेत्र से चोरी की गई धातुएं मौजूद थीं। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि स्कूल जैसे संवेदनशील स्थान के पास इस तरह का अवैध कारोबार बच्चों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है। लोगों ने सवाल उठाया है कि जब सरकारी नलकूप जैसी सार्वजनिक संपत्ति वहां मौजूद थी तो उसे नजरअंदाज कैसे किया गया। वहीं पत्रकारों के सवाल पर अंचल अधिकारी प्रवीण कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि जमीन का भौतिक सत्यापन किया जाना है और जमीन मालिक को कागजात के साथ बुलाया गया है। कागजातों की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि सिर्फ कागजात की आड़ में कार्रवाई टालना संदेह को और गहरा करता है। उन्होंने जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच, सरकारी नलकूप की बरामदगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।