रोहतास में दिल दहला देने वाला कांड, बेटे ने आधी रात परिवार पर बरपाया कहर, पत्नी-पिता और खुद की ली जान
मानसिक तनाव ने छीनी तीन जिंदगियां, डिहरा गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत से दहशत और मातम

बिहार के रोहतास जिले का डिहरा गांव मंगलवार की सुबह एक ऐसी दर्दनाक दास्तान के साथ जागा जिसकी गूंज पूरे इलाके को स्तब्ध कर गई। गांव निवासी अमित सिंह ने सोमवार देर रात जो कदम उठाया उसने एक खुशहाल परिवार को पलभर में बिखेर दिया। आधी रात करीब 12:30 बजे अमित ने पहले अपनी पत्नी नीतू देवी को गोली मारी। गोली की आवाज सुनते ही घर में चीख-पुकार मच गई। परिजन डर से अपने-अपने कमरों में बंद हो गए लेकिन हादसा थमने का नाम नहीं ले रहा था। पत्नी को गोली मारने के बाद जब अमित बंदूक लिए आंगन की ओर बढ़ा तो उसके पिता शालिग्राम सिंह ने उसे रोकने की कोशिश की। पिता का यह प्रयास भी उनकी जान पर भारी पड़ा और अमित ने उन पर भी गोली चला दी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद जैसे उसके भीतर बची हुई संवेदना का आखिरी धागा भी टूट गया। परिवार की आंखों के सामने ही अमित ने खुद को भी गोली मार ली। मंजर इतना भयावह था कि जब पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने दरवाजा खोला तो पूरा घर खून और मातम में डूबा मिला। सूचना मिलते ही एसपी रौशन कुमार, बिक्रमगंज एसडीपीओ और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से सभी साक्ष्य जुटाए। परिवार के बड़े भाई राजेश सिंह ने बताया कि अमित पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से अस्थिर था। कई बार परिवार ने उसके बदलते व्यवहार को लेकर चिंता भी जताई थी लेकिन कभी किसी को अंदाजा नहीं था कि तनाव का यह तूफ़ान तीन जिंदगीयों को निगल जाएगा। गांव में शोक का माहौल है। हर कोई यही सवाल कर रहा है कि क्या इस त्रासदी को रोका जा सकता था? क्या मानसिक तनाव का इलाज समय से हो पाता तो आज यह परिवार जिंदा होता? डिहरा गांव आज सिर्फ तीन शव नहीं बल्कि टूटे हुए सवालों, दर्द और आंसुओं के बीच खड़ा है।