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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मनाया 76 वां स्थापना दिवस

रिपोर्ट: अभय कुमार301 दिन पहलेझारखण्ड

छात्र शक्ति विध्वंश कारी शक्ति है लेकिन विद्यार्थी परिषद ने ये सिद्ध किया छात्र शक्ति विध्वंश कारी शक्ति नहीं बल्कि छात्र शक्ति राष्ट्र शक्ति है,

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मनाया 76 वां स्थापना दिवस

मनिका/लातेहार:— अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 76 वां स्थापना दिवस राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में मनिका के स्थानीय राजकीयकृत +2 उच्च विद्यालय मनिका में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत अभाविप राष्ट्रीय विश्वविद्यालय सह संयोजक विनीत पांडे, जिला संयोजक उत्तम कुमार, विद्यालय के शिक्षक रामकुमार चिक बड़ाइक, शिक्षिका अर्चना सिंह, आशुतोष पाठक, धीरज गुप्ता, मुकुंद प्रसाद, डिग्री कॉलेज उपाध्यक्ष चंदन कुमार और अभिषेक कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

विद्यालय में "परिषद से परिचय" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें छात्र शक्ति को संबोधित करते हुए जिला संयोजक उत्तम कुमार ने कहा की आज ही के दिन 9 जुलाई 1949 को विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्थापना हुआ था। ज्ञान, शील, एकता की भावना से बने इस छात्र संगठन ने भारत की राजनीति में कई अहम चेहरे दिए । देश के गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे कई बड़े नेता मंत्री ऐसे हैं जिन्होंने अपना राजनीतिक जीवन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से प्रारंभ किया था। देश की आजादी के बाद बना ये छात्र संगठन आज भारत का नहीं अपितु पूरे विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। देश की आजादी के बाद भारत के प्राचीन परम्पराओं को बनाए रखने के उद्देश्य से इस छात्र संगठन की गठन की गई है। विद्यार्थी परिषद ने अपने स्थापना काल से ही विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को जोड़ने का कार्य किया एवं राष्ट्र पुनर्निर्माण की भावना को लेकर कई क्षेत्रों में अपना कार्य प्रारंभ किया। आगे उन्होंने छात्रों को बताया कि जब 1992 में बांग्लादेश को तीन बीघा जमीन देने की बात की गई तो, विद्यार्थी परिषद ने मुखर रूप से इसका विरोध किया और उसी समय एक नारा दिया कि "खून भी देंगे जान भी देंगे, इस देश की माटी कभी न देंगे"। उन्होंने आगे कहा कि जब नीट में धांधली की बात सामने आई तो विद्यार्थी परिषद ने ही सूरत से इसके खिलाफ बिगुल फूंका और आज इसीके परिणाम स्वरूप सरकार नीट पेपर लीक मामले को सीबीआई जांच कराने के लिए बाध्य हो गई,आगे उन्होंने छात्रों को परिषद की जानकारी देते हुए कहा कि ये 76 वर्ष ध्येय अनुशासन के, सेवा समर्पण के, शौर्य अभिमान के, छात्र शक्ति— राष्ट्र शक्ति के, ये 76 वर्ष परिषद के हैं।

आगे छात्रों को संबोधित करते हुए अभाविप के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय सह संयोजक विनीत पांडे ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना कई अहम उद्देश्यों के साथ हुई थी, जिसमें राष्ट्र पुनर्निर्माण प्रमुख उद्देश्य था, इस संगठन राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लिए युवाओं में राष्ट्रीय विचारधारा के चिंतन को जगाना है। उन्होंने कहा कि आज एक गलत वहम लोगों को बीच बताया जाता कि छात्र शक्ति विध्वंश कारी शक्ति है लेकिन विद्यार्थी परिषद ने ये सिद्ध किया छात्र शक्ति विध्वंश कारी शक्ति नहीं बल्कि छात्र शक्ति राष्ट्र शक्ति है, उन्होंने छात्रों को बताया कि विद्यार्थी परिषद आपातकाल से लेकर धारा 370 के हटने तक लगातार संघर्षरत रही जब 1990 में कश्मीर में तिरंगे के अपमान हुआ तो विद्यार्थी परिषद ने वहां आंदोलन किया और नारा दिया "जहां हुआ तिरंगे का अपमान, वहीं करेंगे उसका सम्मान"। कहा कि विद्यार्थी परिषद लगातार छात्र हित एवं राष्ट हित के कार्य लिए सजग है। 43.jpg

इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी, व सैंकड़ों की संख्या में छात्र उपस्थित थें।

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