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गोपीनाथपुर में हुई पत्थर बाजी, बमबाजी ,मारपीट, लूट के शिकार ग्रामीणों से मिले अमर बाउरी

रिपोर्ट: कार्तिक कुमार100 दिन पहलेझारखण्ड

कहा : ग्रामीणों को शीघ्र क्षतिपूर्ति की भरपाई और गांव में खुले पुलिस पिकेट

पाकुड़। झारखंड विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता अमर बाउरी पाकुड़ पहुंच मवेशी काटने को लेकर हुए विवाद में गोपीनाथपुर गांव के लोगों पर कोई बमबाजी पत्थरबाजी, लूट और घर जलाने की घटना को जानने स्थल पर पहुंचे। गांव में पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मिले और उनके साथ हुई घटना के बारे में सुना और देखा।

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प्रत्येक पीड़ित परिवार से मिले और उन्हें न्याय दिलाने, उनकी क्षतिपूर्ति की भरपाई करने के साथ-साथ गोपीनाथपुर में अभिलंब पुलिस पिकेट खुलवाने का ग्रामीणों को आश्वस्त किया। गांव की पीड़ितों से मिलने के बाद उन्होंने मीडिया से मुखातिब हो कहा कि झारखंड का हिस्सा गोपीनाथपुर गांव है और बगल में बंगाल का हिस्सा है लेकिन जो यहां घटना घटी है ऐसा नहीं लगता कि हम इंटर स्टेट प्रदेश में है ।

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अपने पड़ोसी प्रदेश में है नही है, ऐसा लगता है कि हम बांग्लादेश के बॉर्डर पर हैं ।गोवंश प्रतिबंधित है झारखंड में इस बात की घोषणा झारखंड की सरकार जो झामुमो,कांग्रेस, राजद की है इन्हें डिक्लेअर करना चाहिए कि गोवंश को सरकार प्रतिबंध मानती है या नहीं ।जब प्रतिबंधित है तो किस तरह हिंदू आबादी क्षेत्र के बीच जिन्हें हिंदू माता के स्वरूप में पूजते है और यहां धर्म और बकरीद के पर्व के आड़ में हिंदू के जमीन पर पशु काटा गया यानी हिंदू की आबादी को ललकारा गया ।

उसके बाद दूसरे समुदाय के लोग उसपार बंगाल से आकर लोग हमला कर रहे हैं। घर जला रहे हैं घर को लूट रहे हैं गाड़ी जला रहे हैं आज लोग यहां डरे और सहमे हुए हैं। पुलिस यहां कब तक रहेगी और कब तक यहां लोगों को सुरक्षा देगी। उन्होंने कहा कि गांव के लोग बता रहे हैं कि जब तक पुलिस है तब तक हम लोग सुरक्षित है अगर पुलिस यहां से चली जाती है तो फिर गांव में दूसरे समुदाय के लोग हम लोग पर आकर हमला करेंगे ।उन्होंने कहा कि हमला के भय से लोग गांव छोड़कर भागना चाहते हैं, लोग राशन खरीदने भी जाने में उन्हें दिक्कत महसूस हो रही है।

अराजकता की स्थिति यहां खड़ी हो गई है । इस मामले मे यहां के सांसद और नहीं कोई विधायक कुछ बोल रहे है। इस राज्य के मुख्यमंत्री और ना ही कोई मंत्री का अब तक कोई बयान आ रहा है। इतनी बड़ी घटना को लोग बहुत छोटे से रूप में ले रहे हैं, लेकिन भाजपा इतनी कमजोर नहीं है, पाकुड़ और झारखंड को कभी बांग्लादेश होने नहीं देगी। अमर बावरी ने कहा कि पाकुड़ प्रशासन में इस घटना पर गंभीरता और त्वरित कार्रवाई की है जो प्रशंसा के योग्य है। लोगों का जान बचाया है और लगातार यहां पुलिस कैंप कर कर रही है। बावजूद यहां के लोगों को धमकी मिल रही है कि जब तक पुलिस है, कितने दिन तक आपको बचाती है ।

उन्होंने कहा कि प्रशासन गांव वालो को सुरक्षा दे अन्यथा जनता खुद अपनी सुरक्षा अपने हाथों में लेती है और किसी तरह की घटना होती है तो उसके लिए सीधे तौर पर प्रशासन जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि हमारा प्रशासन से मांग है की जो भी यहां के लोगों का नुकसान हुआ है उसकी तुरंत भरपाई हो और घटना को अंजाम देने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि जो भी गांव के लोगों का नुकसान हुआ है उन्हें तुरंत इसकी भरपाई होनी चाहिए यहां के लोगों को अभिलंब क्षतिपूर्ति के साथ-साथ मैं यहां पुलिस मुख्यालय और सरकार से मांग करता हूं कि यहां अविलंब पुलिस पिकेट खोला जाए ।जब तक यहां पुलिस पिकेट नहीं खुलता है तब तक यहां पुलिस का कैंप जारी रहना चाहिए ताकि लोग यहां सुरक्षित रह सके।

लोग यहां भय मुक्त रह सके । कहा कि यहां की पूरी घटना के बारे में राज्य सरकार को अवगत कराएंगे और इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने की मांग करेंगे ।उन्होंने कहा कि यहां ऐसा लगता है कि हिंदुओं को तिरस्कार किया जा रहा है और मुस्लिम तुष्टिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। लोग जमीन छोड़कर भागना चाहते हैं लेकिन पार्टी भाजपा उनके साथ है और उन्हें जो भी तत्काल सहयोग की जरूरत होगी पार्टी उनको सहयोग देगी।

अमर बावरी के साथ राजमहल के विधायक अनंत ओझा, गोड्डा के विधायक अमित मंडल, सारठ के विधायक रणधीर सिंह पाकुड़ जिला के जिला अध्यक्ष अमृत पांडे, वेणी गुप्ता, अनुग्रहित प्रसाद साह, बबलू भगत , हिसाबी राय,शर्मिला रजक, संपा साह सहित दर्जनों पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। साम सात बजे तक लोगो से मिलने का सिलसिला जारी था।उधर जिला प्रशासन की ओर से सिविल एसडीओ, डीएसपी सहित तमाम थाना प्रभारी और दंडाधिकारी भी गोपीनाथपुर गांव में कैंप किए हुए हैं। फिलहाल गांव का माहौल सामान्य स्थिति में बहाल हो गई है।

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