सीनी ओपी प्रभारी की बड़ी लापरवाही, डायन प्रताड़ना को मामूली झगड़ा बताकर 107 में भेजा मामला
पीड़िता को इंसाफ के बजाय समझाइश, पुलिस पर गंभीर आरोप, अपराधियों पर नहीं हुई कड़ी कार्रवाई

सरायकेला-खरसावां : जिले के सीनी ओपी प्रभारी राजेंद्र कुमार की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। केंदुआ पंचायत के हातिया गांव की महिला कल्पना मंडल जो खुद डायन प्रताड़ना की शिकार बनीं न्याय की गुहार लगाने थाने पहुंचीं लेकिन गंभीर मामले को पुलिस ने सिर्फ 107 का मामला बनाकर एसडीएम कार्यालय भेज दिया। घटना रविवार 31 अगस्त की सुबह की है। कल्पना मंडल के मुताबिक उनके ममेरे देवर पूरण मंडल, तरुण मंडल, उसका बेटा राजू मंडल और बैद्यनाथ महतो सहित 8-10 लोग उनके घर आए। इन लोगों ने घर के सहजन के 10 पेड़ काट दिये और दो पेड़ काटने की कोशिश की। जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें डायन कहकर मारपीट की गई। आरोपियों ने उनकी साड़ी खींची, हाथ की चूड़ियां तोड़ीं और धमकी दी कि ओझा को चूड़ी दिखाकर पूरे परिवार को खून की उल्टी करवाकर मार देंगे। महिला के दोनों बेटों ने बचाने की कोशिश की तो उन्हें भी पीटा गया। पति के आने पर आरोपी गाली-गलौज करते हुए भाग निकले। इसके बाद पीड़िता थाने पहुंची तो ओपी प्रभारी राजेंद्र कुमार ने आवेदन से डायन प्रताड़ना वाली बात हटाने को कहा और आश्वासन दिया कि आरोपियों को सजा मिलेगी। बाद में एएसआई हरेकृष्णा महतो ने भी घर आकर आश्वस्त किया कि कार्रवाई होगी लेकिन दो दिन बाद फोन करने पर पता चला कि पुलिस ने इस पूरे मामले को मात्र 107 में दर्ज कर एसडीएम कार्यालय भेज दिया है। वहीं पद्मश्री से सम्मानित छुटनी महतो का कहना है कि यह सीधा-सीधा डायन प्रताड़ना का मामला है लेकिन पुलिस ने इसे कमजोर कर दिया। इस लापरवाही से पीड़िता और उसका परिवार दहशत में है। पुलिस की इस भूमिका ने प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।