झारखंड के चिंतपूर्णी स्टील प्लांट में फटा बॉयलर, चार मजदूर झुलसे
दो की हालत गंभीर
रामगढ़, । झारखंड में रामगढ़-हजारीबाग की सीमा पर स्थापित चिंतपूर्णी स्टील प्लांट का बॉयलर फटने से चार मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए। यह हादसा बुधवार देर रात लगभग 2:30 बजे हुआ है। आनन फानन में चारों को इलाज के लिए रामगढ़ लाया गया। दो मजदूरों को रामगढ़ के होप हॉस्पिटल और दो को रांची के देवकमल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्लांट प्रबंधन ने बताया कि बॉयलर में जाम होने के कारण अचानक स्पार्क हुआ और बहुत तेज आवाज के साथ फट गया। बॉयलर से निकले गैस से वहां काम कर रहे मजदूर झुलस गए हैं। फैक्ट्री के भट्टी में लोहा गलने का काम चलता रहता था। बुधवार की देर रात लगभग 2:30 बजे भट्टी में विस्फोट हो गया, जिससे वहां काम कर रहे मुन्ना प्रसाद यादव और जितेंद्र यादव गंभीर रूप से झुलस गए। वह दोनों बिहार राज्य के गया जिले के रहने वाले हैं। प्लांट में जब विस्फोट हुआ था तो उसकी आवाज मांडू बाजार तक पहुंची थी। मांडू थाने में तैनात पुलिस पदाधिकारियों ने भी वह आवाज सुनी। पहले तो लगा कि जैसे पास में कोई बम फट गया। लेकिन बाद में पता चला कि प्लांट में विस्फोट हुआ है। घटनास्थल पर प्रबंधन की ओर से कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था, जिसकी वजह से मजदूरों को काफी परेशानी हुई। घायल मजदूर दर्द से चीखते रहे, लेकिन राहत बचाव कार्य शुरू नहीं हो पाया। मजदूरों को अस्पताल पहुंचने में भी काफी समय लगा। प्रबंधन की लापरवाही पर फूटा मजदूरों का गुस्सा प्लांट प्रबंधन के लापरवाही पर मजदूरों का गुस्सा फूटा। मजदूर प्लांट का गेट जामकर आंदोलन पर उतर गए थे। वे लोग उचित मुआवजा और इलाज की मांग कर रहे थे। घायल मजदूर मुन्ना प्रसाद यादव के भाई मनीष यादव ने बताया कि हादसे के बाद वह सहायता के लिए भटकते रहे। उनका भाई भट्टी में काम कर रहा था जब हादसे के बाद फैक्ट्री कमेटी से कोई मदद नहीं मिली। प्रबंधन उपेक्षा कर रहा है। वहीं घटना के बारे में फैक्ट्री संचालक संतु भाई मानिक ने बताया कि मामूली दुर्घटना हुई है। दो मजदूरों को हल्की छोटे आई हैं। दो अन्य मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। डीसी ने हादसे की जांच करने का दिया आदेश चिंतपूर्णी स्टील प्लांट में बॉयलर फटने की घटना पर जिला प्रशासन भी गंभीर है। डीसी नैंसी सहाय ने तत्काल अधिकारियों की टीम प्लांट में भेजी। वहां अधिकारियों ने बताया कि चार मजदूर घायल हुए थे, जिसमें दो लोग की हालत गंभीर है। जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। क्या तकनीकी खामी प्लांट में थी और किस तरह की लापरवाही बरती गई है, इस पर अधिकारियों की टीम जांच कर रही है।