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चैनपुर में बढ़ती बकरी चोरी से पशुपालक परेशान, पुलिस पर उठे सवाल

रिपोर्ट: शनिरंजन 51 दिन पहलेझारखण्ड

चोरी की वारदातें अब खुलेआम हथियार के दम पर, पुलिस अभी तक नाकाम

चैनपुर में बढ़ती बकरी चोरी से पशुपालक परेशान, पुलिस पर उठे सवाल

गुमला, झारखंड : चैनपुर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में बकरी चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं जिससे पशुपालकों में भारी आक्रोश और डर का माहौल है। बीते 6 महीनों में दर्जनों गांवों से सैकड़ों बकरियों की चोरी हो चुकी है लेकिन पुलिस अब तक एक भी मामले में ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है। ताजा मामला छिछवानी पंचायत के लंगड़ा मोड़ का है जहां शनिवार रात लगभग 8:30 बजे अज्ञात हथियारबंद अपराधी एक वृद्ध दंपति के घर में घुस आए और खुद को नक्सली संगठन से जुड़ा बताकर घर से 6 बकरियां उठा ले गए। पीड़ित कहरू ग्वाल (85 वर्ष) ने बताया कि अपराधियों ने उन्हें गोली मारने की धमकी दी और जबरन बकरियों को लेकर फरार हो गए। घर में वृद्ध दंपति अकेले रहते हैं और बकरी पालन ही उनका आजीविका का एकमात्र साधन है। यह कोई पहली घटना नहीं है। चैनपुर क्षेत्र में बकरी चोरी की वारदातें आम हो गई हैं। पहले चोर चोरी-छिपे वारदातों को अंजाम देते थे लेकिन अब वे खुलेआम हथियार दिखाकर बकरियां उठा ले जा रहे हैं जिससे पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। रामपुर पंचायत के बैरटोली टोला और छतरपुर गांवों में भी हाल में 5 से 12 बकरियों की चोरी हुई लेकिन पुलिस अब तक न तो किसी चोर को पकड़ पाई है और न ही किसी सुराग तक पहुंच सकी है। पशुपालकों का कहना है कि अब वे रात में चैन की नींद नहीं सो पा रहे हैं क्योंकि उन्हें डर रहता है कि उनकी मेहनत की कमाई यानी बकरियां किसी रात चुरा ली जाएंगी। इस कारण उनकी आजीविका पर संकट मंडरा रहा है। जनप्रतिनिधियों ने भी पुलिस की नाकामी पर नाराज़गी जताई है। ज़िप सदस्य मेरी लकड़ा, प्रमुख ओलिभा कांता कुजूर और झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य सुशील दीपक मिंज ने बकरी चोरी की घटनाओं को बेहद निंदनीय बताते हुए गुमला एसपी शंभू सिंह से मुलाकात कर कठोर कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह है कि क्या पुलिस इन बढ़ती चोरियों पर लगाम लगाएगी या पशुपालकों की चिंता और बढ़ेगी।

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