बांग्लादेशी घुसपैठ पर चंपई सोरेन बोले : जनता और समाज की राय के बाद सड़क से लेकर सदन तक होगी लड़ाई, अगले सप्ताह होगी महत्वपूर्ण बैठक
जनता और बुद्धिजीवियों से करेंगे चर्चा, संस्कृतिक कार्यक्रमों से जनता को किया जा रहा जागरूक

गम्हरिया : झारखंड के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन ने सोमवार शाम गम्हरिया स्थित सांथाल सारना उलूम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति या संगठन की लड़ाई नहीं बल्कि पूरे झारखंड और आदिवासी समाज का मुद्दा है। चंपई सोरेन ने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर जनता और समाज के बीच जाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि घुसपैठ का मामला झारखंड के मूल निवासियों और आदिवासी समाज को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कर रहा है। इसलिए इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने कहा कि हम बुद्धिजीवियों, सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों से बात करेंगे, आदिवासी व्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों का आकलन करेंगे और उसके बाद इस मुद्दे को सड़क से लेकर सदन तक ले जाएंगे। उन्होंने बताया कि झारखंड के विभिन्न इलाकों में संस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से इस मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर गंभीरता से विचार-विमर्श करने के बाद आदिवासी अखाड़ा और अन्य संगठनों के साथ बैठकें आयोजित की जा रही हैं। कार्यक्रम के दौरान संथाल परगना और झारखंड के अन्य क्षेत्रों में बढ़ते प्रभाव को लेकर आदिवासी अखाड़ा के संजय जग, रामदास टुडू और अन्य प्रमुख लोग मौजूद थे। बैठक के बाद चंपई सोरेन ने कहा कि अगले सप्ताह इस मुद्दे पर कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य झारखंड के सभी समाजों को इस विषय पर जागरूक करना है। यह सिर्फ संथाल परगना की नहीं बल्कि पूरे झारखंड की लड़ाई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल किसी ठोस निर्णय पर नहीं पहुंचे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर व्यापक जन समर्थन जुटाने की योजना बनाई जाएगी।