चांडिल डैम विस्थापितों की बड़ी घोषणा, 4 नवंबर को पुनर्वास कार्यालय के समक्ष गेट जाम और धरना प्रदर्शन
विस्थापित अधिकार मंच फाउंडेशन की पहल - बहाली, आरएल बाध्यता समाप्ति और भूखंड आवंटन की मांग तेज

चांडिल : डैम से प्रभावित 116 गांवों के विस्थापितों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर 4 नवंबर 2025 को पुनर्वास कार्यालय चांडिल संख्या-2 एवं कार्यपालक अभियंता कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय गेट जाम सह धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की है। यह निर्णय रविवार को विस्थापित अधिकार मंच फाउंडेशन की बैठक में लिया गया जिसकी अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष राकेश रंजन महतो ने की। मंच ने स्पष्ट किया कि वर्षों से लिपिकीय रिक्त पदों पर बहाली, आरएल बाध्यता की समाप्ति और पुनर्वास स्थल पर भूखंड आवंटन जैसी प्रमुख मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। राकेश रंजन महतो ने कहा कि विस्थापित परिवार आज भी न्याय और पुनर्वास के लिए संघर्ष कर रहे हैं जबकि सरकार की ओर से वादे अब तक अधूरे हैं। उन्होंने बताया कि धरना का उद्देश्य प्रशासन और विभागीय अधिकारियों का ध्यान इन गंभीर मुद्दों की ओर आकर्षित करना है ताकि विस्थापितों को उनका वैधानिक और मानवीय अधिकार मिल सके। उन्होंने अनुमंडल प्रशासन से आग्रह किया कि 4 नवंबर को होने वाले इस कार्यक्रम में शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण सुनिश्चित किया जाए। बैठक में हरेकृष्ण महतो, गुरुचरण टुडू, सनातन सिंह मुंडा, विजय पोद्दार, जयप्रकाश सिंह मुंडा, जितेंद्र गोप, सीमांत महतो और प्रभात महतो समेत कई विस्थापित प्रतिनिधि उपस्थित थे। यह आंदोलन चांडिल डैम विस्थापितों की आवाज़ को एकजुट रूप से प्रशासन तक पहुंचाने का प्रयास माना जा रहा है।