हाथी प्रभावित अंडा गांव में वन विभाग का जागरूकता अभियान, अवैध करंट तार लगाने पर चेतावनी
अभियान के तहत ग्रामीणों को फटाके और टॉर्च भी वितरित किए गए।

नीमडीह : सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल वन क्षेत्र अंतर्गत अंडा गांव में वन विभाग ने हाथी प्रभावित क्षेत्र घोषित करते हुए बुधवार को माइकिंग और जागरूकता अभियान चलाया। फॉरेस्टर राणा महतो और उनकी टीम ने ग्रामीणों से अपील की कि वे सावधानी बरतें, अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और जंगली हाथियों को देखते ही वन विभाग को सूचित करें। वन विभाग ने चेतावनी दी कि अगर किसी के घर के बाहर बिजली के करंट युक्त तार पाए गए तो वन्य अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभियान के तहत ग्रामीणों को फटाके और टॉर्च भी वितरित किए गए। गौरतलब है कि हाल के दिनों में अंडा गांव और आसपास के क्षेत्रों में हाथियों के हमले में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं बीते दो माह में तिल्ला और हेवेन पंचायत में दो हाथियों की मौत और एक हाथी की कुएं में गिरकर मौत हो चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम होते ही हाथियों का झुंड गांव में घुस आता है और घरों में रखे अनाज को खा जाता है। मिट्टी के मकानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। हाथियों से फसल और जान-माल की लगातार क्षति के बावजूद अब तक इस क्षेत्र को रेड ज़ोन घोषित नहीं किया गया है जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है। वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि वन्य जीवों की हत्या, करंट से शिकार और हाथियों के उत्पात को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीणों से सहयोग की अपील करते हुए कहा गया है कि हाथियों को न छेड़ें और बिजली का करंट न लगाएं।