समदा आहर निर्माण में ठेकेदार की मनमानी, निगम प्रशासन मौन, भाकपा ने किया विरोध
ग्रामीणों का रास्ता नहीं होने देंगे बंद : रूचिर तिवारी

मेदिनीनगर : समदा आहर की चारदीवारी निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा की जा रही मनमानी को लेकर स्थानीय ग्रामीणों और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। पिछले छह महीनों से बिना स्वीकृत नक्शे और रोडमैप के, ठेकेदार द्वारा निगम प्रशासन की मिलीभगत से मनमाने ढंग से कार्य कराया जा रहा है।
निर्माण के दौरान रेंड़मा गांव (वार्ड संख्या 17) की ग्रामीण सड़क को ध्वस्त कर दिया गया है तथा स्थानीय रैयतों की भूमि पर जबरन रास्ता बंद किया जा रहा है। सूचना मिलने पर भाकपा जिला सचिव एवं पूर्व विधायक प्रत्याशी रूचिर कुमार तिवारी ने स्थल निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि “समदा आहर को संकुचित कर दिया गया है, चारदीवारी बनने के बाद 50 से अधिक घरों के लोग कैद जैसे हालात में होंगे और बरसाती पानी के बहाव का कोई रास्ता नहीं छोड़ा गया है।”
इस संबंध में समदा आहर डायरेक्टर सुनील तिवारी एंड अदर्स, रेंड़मा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है, जबकि विकास सिंह पेटी कांट्रैक्टर के रूप में दबंगई से मनमानी कर रहे हैं। ग्रामीणों ने इस पूरे प्रकरण पर माननीय उच्च न्यायालय में जनहित याचिका (PIL) दाखिल की है। श्री तिवारी ने सहायक नगर आयुक्त से मुलाकात की, परंतु उन्होंने मामले में अपनी असमर्थता जताई। मौके पर अधिवक्ता त्रिपुरारी तिवारी, उपेंद्र तिवारी, विनोद तिवारी, दयाशंकर तिवारी, रेणु देवी, रेखा देवी, सुषमा देवी, सुनील देवी, अभय कुमार भूइंया, आलोक कुमार तिवारी, ललन सिंह, बबन राम, तथा राज्य कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र सिंह सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।