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डीसी-एसपी की संयुक्त पहल से सरायकेला बन रहा नशामुक्ति अभियान का मॉडल, अफीम उन्मूलन में ग्रामीणों ने ली शपथ

रिपोर्ट: MANISH 2 घंटे पहलेझारखण्ड

नीतीश कुमार सिंह और मुकेश लुनायत की सक्रियता से प्री-कल्टीवेशन ड्राइव को मिल रही सफलता, महिलाओं की भागीदारी से बढ़ी उम्मीदें, डीसी-एसपी ने दिखाया नया विजन

डीसी-एसपी की संयुक्त पहल से सरायकेला बन रहा नशामुक्ति अभियान का मॉडल, अफीम उन्मूलन में ग्रामीणों ने ली शपथ

चांडिल : सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन के उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत के नेतृत्व में अवैध अफीम की खेती रोकने के लिए चलाया जा रहा प्री-कल्टीवेशन ड्राइव अब जन आंदोलन का रूप लेता दिख रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को चांडिल प्रखंड के हेसाकोचा पंचायत सचिवालय में एक जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में किसान, महिलाएँ और जनप्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम में उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह ने कहा कि अफीम की खेती न केवल गैरकानूनी है बल्कि यह युवाओं और समाज के भविष्य के लिए विनाशकारी है। उन्होंने किसानों से वैकल्पिक फसलों सरसों, चना, मटर, फल और सब्जियों की खेती अपनाने की अपील की। उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन का उद्देश्य दंड नहीं बल्कि जागरूकता, आत्मनिर्भरता और सामाजिक सशक्तिकरण है। उन्होंने महिलाओं की बड़ी भागीदारी को सराहते हुए कहा कि बदलाव तभी संभव है जब महिलाएं आगे आएँगी। पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत ने किसानों को चेताया कि अफीम की अवैध खेती में संलिप्त पाए जाने पर 20 वर्ष तक की सजा का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि ऐसी खेती समाज को अपराध, गरीबी और नशे के अंधकार में धकेलती है। कार्यक्रम में किसानों को वैकल्पिक फसलों के बीज, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास, फूलो-झानो योजना और किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़ी परिसंपत्तियाँ वितरित की गईं। ग्रामीणों ने डीसी-एसपी की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान जिले को अफीम मुक्त और आत्मनिर्भर सरायकेला बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

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