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भाकपा (माओवादी) के कुख्यात पूर्व जोनल कमांडर सुनिल गंझू गिरफ्तार

रिपोर्ट: Anuj sinha2 घंटे पहलेझारखण्ड

सूचना के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सदर) हजारीबाग अमित आनंद (भा.पु.से.) के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर छापेमारी की गई।

भाकपा (माओवादी) के कुख्यात पूर्व जोनल कमांडर सुनिल गंझू गिरफ्तार

हजारीबाग: हजारीबाग पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने भाकपा (माओवादी) संगठन के सक्रिय सदस्य एवं पूर्व जोनल कमांडर सुनिल गंझू, पिता स्वर्गीय चमन गंझू, निवासी सिमरातरी, थाना पत्थलगड्डा, जिला चतरा को गिरफ्तार किया है।

महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक झारखंड, रांची के निर्देश पर हजारीबाग जिले में लगातार चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान यह कार्रवाई की गई। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा (माओवादी) का उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र का रिजनल कमांडर शहदेव महतो तथा सब-जोनल कमांडर नताशा अपने 4-5 सदस्यों के साथ बड़कागांव थाना क्षेत्र में घूम रहे हैं और उसी दिन ग्राम जोराकाट में लेवी वसूलने आने वाले हैं।

सूचना के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सदर) हजारीबाग अमित आनंद (भा.पु.से.) के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर छापेमारी की गई। जब टीम ग्राम जोराकाट पहुंची, तो वहां कुछ संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिए। पुलिस को देखकर वे भागने लगे, लेकिन एक व्यक्ति को पकड़ लिया गया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान सुनिल गंझू के रूप में हुई। उसके पास से पुलिस ने भाकपा (माओवादी) के नक्सली लेटर पैड और पर्चे बरामद किए।

पूछताछ में सुनिल गंझू ने बताया कि वह वर्तमान में शहदेव महतो और नताशा की टीम के साथ मिलकर हजारीबाग और चतरा जिलों में सक्रिय है तथा कोल कंपनियों, ठेकेदारों और कोयला व्यापारियों से संगठन के लिए लेवी वसूलने का काम करता है।

पुलिस के अनुसार, सुनिल गंझू वर्ष 1990 में भाकपा (माओवादी) संगठन में शामिल हुआ था। वर्ष 1993 में कटकमसांडी थाना क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ के दौरान वह घायल हुआ था और गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 1998 में जेल से छूटने के बाद उसने फिर संगठन में वापसी की और कई नृशंस घटनाओं में शामिल रहा। वर्ष 2004 में केरेडारी थाना क्षेत्र से फिर गिरफ्तार हुआ था, उस पर कुल 42 आपराधिक मामले दर्ज थे और वह सजायाफ्ता कैदी था।

2018 में सजा पूरी होने के बाद वह जेल से बाहर आया और पुनः संगठन से जुड़ गया। इसके बाद उसने चतरा जिले के मयूरहंड थाना क्षेत्र के पुंदरी गांव में नागेश्वर यादव की हत्या की। हाल के वर्षों में भी उसके खिलाफ 12 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं।

बरामद सामानों में एक झोला, गमछा और नक्सली संगठन का लाल स्याही से लिखा लेटर पैड शामिल है। सुनिल गंझू पर विभिन्न थानों में हत्या, पुलिस पर हमला, लेवी वसूली, हथियार अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और यूएपीए एक्ट के तहत 50 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं।

छापेमारी दल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (बड़कागांव) पवन कुमार, पुलिस निरीक्षक ललित कुमार, थाना प्रभारी कृष्णा कुमार, ओपी प्रभारी सागेन मुर्मू, तकनीकी शाखा तथा सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

पुलिस ने बताया कि फरार नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान जारी है और संगठन की जमीनी पकड़ को कमजोर करने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है।

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