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परीक्षा केंद्र में बदला सहरसा एयरपोर्ट का रनवे

रिपोर्ट: VBN News Desk1 दिन पहलेबिहार

जमीन पर बैठकर लिखी गईं कॉपियां

परीक्षा केंद्र में बदला सहरसा एयरपोर्ट का रनवे

बिहार के सहरसा से एक अनोखा मामला सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। यहां के एयरपोर्ट के रनवे को परीक्षा केंद्र के रूप में उपयोग किया जा रहा है, जहां सैकड़ों छात्र-छात्राएं लिखित परीक्षा देते हुए नजर आ रहे हैं। आमतौर पर रनवे पर विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ होती है, लेकिन अब इसका उपयोग परीक्षा के लिए किया जा रहा है। परीक्षा केंद्र बनाने का कारण यह घटना सहरसा जिले के हवाई अड्डे से संबंधित है। इस रनवे का उपयोग एक निजी एकेडमी द्वारा किया जा रहा है, जो युवाओं को बिहार पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षाबलों की भर्ती परीक्षा की तैयारी कराती है। पहले फिजिकल ट्रेनिंग दी जाती है और फिर छात्रों की लिखित परीक्षा आयोजित की जाती है। चूंकि लिखित परीक्षा के लिए बड़ी जगह की आवश्यकता होती है, इसलिए एकेडमी ने खुले रनवे को परीक्षा केंद्र बना दिया है।

हर रविवार को आयोजित होती है परीक्षा यहां हर रविवार को परीक्षा होती है, जिसमें सैकड़ों छात्र-छात्राएं भाग लेते हैं। परीक्षा की प्रक्रिया काफी व्यवस्थित है—बेंच या डेस्क का उपयोग नहीं किया जाता, छात्र जमीन पर बैठकर उत्तर पुस्तिका में लिखते हैं। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि छात्र-छात्राएं कतारबद्ध तरीके से बैठे हैं और परीक्षा दे रहे हैं। इस व्यवस्था को देखकर कई लोग हैरान हैं, जबकि कुछ इसे मजबूरी का कदम मानते हैं।

एकेडमी के संचालक का बयान एकेडमी के संचालक ने कहा कि यदि कहीं और उपयुक्त स्थान उपलब्ध होता है, तो परीक्षा वहां आयोजित की जाती है। लेकिन जब कोई विकल्प नहीं होता, तो रनवे का उपयोग किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि इस स्थान पर वर्षों से फिजिकल ट्रेनिंग होती रही है और अब लिखित परीक्षा भी कराई जा रही है।

छात्रों की राय: पढ़ाई और परीक्षा में सहूलियत छात्रों का कहना है कि रनवे का खुला और शांत माहौल पढ़ाई और परीक्षा दोनों के लिए सहायक है। जब भी कोई विमान आता है या उड़ान भरता है, तो वे तुरंत रनवे को खाली कर देते हैं। सोशल मीडिया पर इस वीडियो ने तेजी से ध्यान आकर्षित किया है, और लोग विभिन्न प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ ने इसे शिक्षा के प्रति समर्पण बताया, जबकि कई ने इसे सुरक्षा में लापरवाही और व्यवस्था की कमी करार दिया है। इस मामले में प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

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