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रसूनिया पंचायत में हाथियों का आतंक, फसलें और घर उजड़े, वन विभाग की चुप्पी पर उठे सवाल

रिपोर्ट: VBN News Desk19 घंटे पहलेझारखण्ड

ग्रामीणों की पुकार अनसुनी, मुआवज़ा और स्थायी समाधान की मांग, आंदोलन की चेतावनी

रसूनिया पंचायत में हाथियों का आतंक, फसलें और घर उजड़े, वन विभाग की चुप्पी पर उठे सवाल

चांडिल : रसूनिया पंचायत के ग्रामीण बीते दिनों से हाथियों के आतंक से त्रस्त हैं। बुधवार की रात एक बार फिर हाथियों के झुंड ने गाँव में तबाही मचाई। हाथियों ने ग्रामीण लव महतो की फसलों को रौंद डाला, कृष्ण दास महतो के तुलसी मंच को तहस-नहस कर दिया और स्वर्गीय दिलीप महतो के पुत्र राकेश महतो की राशन दुकान को तोड़ डाला। इतना ही नहीं प्राथमिक विद्यालय तक हाथियों के हमले से बच नहीं सका। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी बार-बार की शिकायतों के बावजूद वन विभाग अब तक मूकदर्शक बना हुआ है। न तो कोई अधिकारी हालात का जायजा लेने पहुँचा और न ही हाथियों को भगाने का दस्ता भेजा गया। हालात यह हैं कि जैसे ही शाम ढलती है पूरा गाँव भय के साए में घरों में कैद हो जाता है। खेतों में खड़ी फसलें जिनमें किसानों की सालभर की मेहनत लगी थी हाथियों के पैरों तले कुचलकर बर्बाद हो रही हैं। विस्थापित अधिकार मंच फाउंडेशन के अध्यक्ष और रसूनिया निवासी राकेश रंजन महतो ने प्रशासन से तीन प्रमुख मांगें रखी हैं हाथियों को भगाने के लिए विशेष दस्ता भेजा जाए, प्रभावित किसानों और ग्रामीणों को तत्काल मुआवज़ा दिया जाए तथा इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए ताकि ग्रामीण भयमुक्त जीवन जी सकें। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने शीघ्र कदम नहीं उठाया तो ग्रामीण आंदोलन का सहारा लेने को मजबूर होंगे।

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